लखनऊ: समाजवादी पार्टी ने खनन व परिवाहन मंत्री रहे गायत्री प्रजापति की मुश्किलें और बढ़ती हुई दिख रही हैं। मौजूदा समय में वह गैंगरेप के मामले में जेल में हैं। अब गौतमपल्ली थाने में गायत्री प्रजापति के खिलाफ सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने की एफआईआर दर्ल कर गयी है। पीड़त का आरोप है कि रुपये वापस मांगने पर उनके साथ मारपीट की गई। विरोध करने पर जान से मारने की धमकी दी गई।
इंस्पेक्टर गौतमपल्ली आशुतोष त्रिपाठी के मुताबिक मेरठ के परतापुर इलाके में सपा नेता राकेश प्रजापति रहते हैं। पीडि़त ने पुलिस को बताया कि उनके एक परचित ने पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति से मुलाकता कराई थी। धीरे.धीरे मुलाकात का सिलसिला बढ़ गया। राकेश का कहना है कि वर्ष 2015 को उन्होंने चकबंदी लेखपाल की भर्ती के लिए गायत्री प्रजापति को छह लाख रुपये दिए थे। कई दिनों बाद भी आरोपित ने उनकी नौकरी नहीं लगवाई।
रुपये वापस मांगने पर गायत्री ने पीडि़त को टरकाना शुरू कर दिया। आरोपित ने पीडि़त को आश्वासन दिया था कि किसी अन्य सरकारी विभाग में नौकरी लगवा देंगे। नौकरी न लगने पर पीडि़त 17 जनवरी 2017 को गायत्री के गौतमपल्ली स्थित सरकारी बंगले पर पहुंचा। पीडि़त ने आरोपित से रुपये वापस मांगे। आरोपी है कि इस बात पर गायत्री ने पीडि़त के साथ मारपीट की। पीडि़त ने इस बात विरोध किया तो धक्का देकर बंगले से बाहर निकाल दिया। दोबारा रुपये मांगने पर या बंगले पर पहुंचने पर जान से मारने की धमकी दी। इंस्पेक्टर ने बताया कि पीडि़त की तहरीर पर गायत्री प्रजापति के खिलाफ आईपीसी की धारा 406, 323, 504 और 506 की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। इस मामले की जांच एसएसआई को दे दी गई है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।