समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने बुधवार को बोर्ड एक्साम्स को लेकर एक विशेष मांग की है। उनहोंने कहा कि राज्य बोर्डों को भी CBSE की तरह बोर्ड परीक्षाओं पर फैसला लेना चाहिए। उन्होंने यह मांग केंद्र सरकार द्वारा कोविड-19 महामारी के बीच CBSE कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं को निरस्त करने का फैसले के ठीक दूसरे दिन की है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘आखिरकार असंवेदनशील भाजपा सरकार को परीक्षार्थियों-माता-पिता के दबाव के आगे झुकना पड़ा और उन्हें सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा रद्द करने का फैसला लेना पड़ा।अन्य बोर्डों और राज्य बोर्डों को भी रद कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि टीकाकरण के बिना कोई परीक्षा नहीं होनी चाहिए।’
इससे पहले उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने मंगलवार को एक बयान में कहा था कि परीक्षा निरस्त करना छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के हित में है। उन्होंने यह भी कहा कि यूपी माध्यमिक बोर्ड की बारहवीं कक्षा की परीक्षा के बारे में जल्द ही सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ बैठक के बाद फैसला लिया जाएगा। पीएम मोदी ने CBSE की 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाओं के संबंध में आयोजित समीक्षा बैठक का नेतृत्व किया था ।