बिजनौर। सपा नेता के घर पर बदमाशों ने दिन दहाड़े घात लगाकर घुसे और सास बहू की हत्या कर फरार हो गए। आदर्श नगर में बुधवार को दिनदहाड़े घर में घुसकर सास-बहू का गला रेतकर कत्ल कर दिया गया। दोनों के शव अलग-अलग कमरों में पड़े मिले। वारदात के समय गृहस्वामी किसी काम से नूरपुर गया था।
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पुलिस ने मामले की तहकीकात शुरू कर दी है। लूटपाट के कोई निशान न मिलने पर इसे रंजिशन कत्ल माना जा रहा है। आदर्श नगर में रहने वाले योगेश यादव बुधवार सुबह 11 बजे नूरपुर चले गए थे। उन्होंने लगभग ढाई बजे अपने घर पर फोन किया तो फोन रिसीव नहीं हुआ।
इसके बाद उन्होंने कई कॉल कीं, पर तब भी फोन नहीं उठा तो पड़ोसी राजीव को फोन कर अपने घर भेजा। पड़ोसी ने उसके घर जाकर देखा तो योगेश की मां अनुराधा और पत्नी प्रिया के शव अलग-अलग कमरों में पड़े थे, उनकी गला रेतकर हत्या की गई थी।
पड़ोसी ने तुरंत पुलिस और योगेश के रिश्तेदारों को सूचना दी। इसके बाद वहां योगेश के रिश्ते का साला पहुंचा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ की तो वहां मौजूद योगेश के फूफा संजय यादव ने बताया कि अक्सर घर में अनुराधा और प्रिया ही रहती थीं।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि नजीबाबाद के पॉश इलाके आदर्श कॉलोनी में अज्ञात बदमाश घर में घुस गए और सास अनुराधा और बहू प्रिया को चाकू से प्रहार करके हत्या कर दी। घटना के समय घर में दोनो महिलाएं ही थी। उन्होंने बताया कि हत्या के कारण का पता नहीं चल सका।
सास-बहू की हत्या के घंटों बाद वारदात की भनक लगी। फर्श पर सूख चुका खून इसको बयां कर रहा था कि जानकारी मिलने से काफी पहले ही मर्डर हो चुका है। मोहल्ले में भी किसी को जानकारी नहीं हो सकी।
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करीब चार बजे पड़ोसी ने जाकर देखा तो सास बहू के रक्तरंजित शव अलग-अलग कमरों में पड़े हुए थे। योगश यादव के पिता करन सिंह यादव का 15 मई को हार्ट अटैक से निधन हो गया था। करन सिंह यादव ब्लाक मे एडीओ पंचायत के पद पर तैनात थे। योगेश का पहला विवाह सहारनपुर से हुआ था। उसकी पहली पत्नी से एक पुत्र भी है। जो उसकी पहली पत्नी के पास ही है।
काफी समय से दोनों के बीच विवाद चल रहा था, लगभग डेढ़ साल पहले कोर्ट से फैसला हो गया जिसमें दोनों के बीच कानूनी रूप से तलाक हो गया। चर्चा है कि पहली ससुराल पक्ष के लोगों पर भी शक की सुई घूम रही है। पुलिस इस बिन्दु पर भी जांच कर रही है। सास बहू की हत्या की सूचना लगभग चार बजे मिली। फर्श पड़े खून और मौके की स्थिति इस बात को दर्शाती है कि मर्डर की सूचना मिलने से लगभग तीन घंटे पहले ही हत्या कर दी गई थी।
पड़ोसी को जब योगेश ने घर पर फोन नहीं लिने की बात कही गई उससे लगभग दो या तीन घण्टे पहले अंजाम दिया गया होगा। बताया गया कि योगश ने घर पर काफी फोन किए, लेकिन उसका फोन रिसीव नहीं हुआ। योगश ने पड़ोस के ही राजीव को फोन किया कि घर में कोई फोन नहीं उठा रहा है। जब राजीव ने घर में घुस कर देखा तो दोनों महिलाओं के रक्त रंजित शव पड़े हुए थे। राजीव ने योगेश के रिश्तेदारों को घटना के बारे में बताया। अक्सर दरवाजे बंद रहते थे। जरूर कोई जानकार होगा जिसने दरवाजा खुलवाया और अन्दर घुस कर घटना को अंजाम दिया।