बीता साल महामारी के चलते घरों में कैद रहा। नये साल में कोरोना से निजात की उम्मीद थी लेकिन कोरोना के लगातार बढ़ते मामले संकट की तरफ इशारा कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने भी मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक में निर्णायक कदम उठाने के लिए कहा। एंटीजन टेस्ट नहीं आरटी-पीसीआर पर ही भरोसा करने को कहा। पिछले 15 दिनों में कोरोना के मामलों में सबसे ज्यादा तेजी आई है। महाराष्ट्र की स्थिति चिंताजनक है और बाकी राज्यों में भी एहतियात बरतने और अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों पर एक नजर।

महाराष्ट्र में रिकवरी रेट में आई कमी: इस साल एक दिन में सबसे ज्यादा नए केस और मौतों के साथ महाराष्ट्र सबसे ज्यादा संक्रमित राज्यों की श्रेणी में अव्वल हो गया है। ज्यादातर नए केस मुंबई, नागपुर, पुणे इत्यादि से सामने आए हैं। चिंताजनक यह है कि रिकवरी रेट पहले के मुकाबले कम हुआ है। अब यह 92.21 से घटकर 91.26 हो गया है। नए केसों में 85 फीसद र्एंसप्टोमैटिक है।
पंजाब में मृत्यु दर पिछली बार से ज्यादा: एक तरफ देशभर में नए केस लगातार बढ़ रहे हैं तो दूसरी तरफ पंजाब एकमात्र ऐसा राज्य है जहां दूसरे दौर के संक्रमण में मृत्यु दर पहले से ज्यादा है। पिछले हफ्ते पंजाब कोरोना से हुई मौतों के मामले में महाराष्ट्र के बाद दूसरे नंबर पर आ गया है।
TOS News Latest Hindi Breaking News and Features