दक्षिण कोरिया ने समुद्री दस्युओं की ओर से अपने देश के तीन नाविकों को अगवा किये जाने की घटना के बाद घाना के समुद्र तट की तरफ जल दस्यु रोधी एक युद्धपोत तैनात किया है. सोल के विदेशी मंत्रालय ने आज यह जानकारी दी. गत सोमवार को अज्ञात समुद्री दस्युओं ने 40 घाना निवासियों और तीन दक्षिण कोरियाई नागरिकों के साथ500 टन वाला मरीन-711 पोत अपने कब्जे में ले लिया. समुद्री दस्युओं ने तीन दक्षिण कोरियाई नागरिकों को अगवा किया और तेज रफ्तार वाली एक नौका में सवार होकर फरार हो गये. वे अभी कहां है इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है.
मरीन711 घाना में पंजीकृत है और बाद में यह घाना के एक बंदरगाह पर पहुंचा जहां पर घाना के नाविक उतर गये. दक्षिण कोरियाई सेना के हवाले से योनहैप ने खबर दी है कि समुद्री दस्युओं की पहचान नाइजीरियाई नागरिकों के रूप में की गयी है.
इसमें बताया गया है कि दक्षिण कोरियाई युद्धपोत मुनमू द ग्रेट को नजदीकी समु्द्र में भेजा गया है. यह युद्धपोत अदन की खाड़ी में समुद्री दस्यु विरोधी अभियानों में शामिल रहा है.
भारतीय जहाजों को भी अगवा करते रहे हैं समुद्री लुटेरे
अक्टूबर, 2014 में सोमालियाई लुटेरों ने भारत के सात नाविकों को चार साल तक बंधक रखने के बाद रिहा किया था. अप्रैल 2017 में समुद्री लुटेरों ने सोमालिया के तट पर मालवाहक पोत सहित 11 भारतीयों को अगवा कर लिया है. सभी भारतीय मालवाहक पोत के चालक दल के सदस्य थे. समुद्री लुटेरों की तरफ से अभी किसी तरह की फिरौती की मांग नहीं की गयी है. समझा जाता है कि समुद्री लुटेरों ने सामान के लालच में आकर मालवाहक पोत को अगवा किया था. वैसे 2011 में सोमालियाई लुटेरों ने 237 जहाजों पर हमले किए थे.
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