कम्युनिटी के हक में हमेशा बोलने वाली एक्ट्रेस सेलिना जेटली ने कहा कि इस कम्युनिटी के अधिकारों के लिए लड़ने की वजह से से उनके सहकर्मियों, दोस्तों और परिवार ने उनका साथ छोड़ दिया था. लेकिन वह इससे घबराई नहीं और आगे बढ़ती गई. सेलिना ने सर्वोच्च न्यायालय द्वारा गुरुवार को धारा 377 पर, समलैंगिकता को वैध घोषित करने के फैसले को ऐतिहासिक बताया.
सेलिना ने फैसले की जमकर सराहना की. आईएएनएस से बातचीत में उन्होंने कहा, “मैंने एलजीबीटी एक्टिविस्ट के रूप में अपने जीवन के पिछले 15 वर्षों से हर दिन आशा और उम्मीद के साथ इसका इंतजार किया था. आखिरकार यह हो गया. एक सच्चे देशभक्त के रूप में हमेशा से मेरा एक सिद्धांत था कि मैं भेदभाव स्वीकार नहीं करूंगी. किसी भी संस्कृति के हिस्से के रूप में हिंसा को बढ़ावा नहीं देना चाहिए.”
उन्होंने कहा, “एलजीबीटी अधिकारों के लिए लड़ने के कारण सहकर्मियों, दोस्तों और यहां तक कि परिवार ने भी मेरा साथ छोड़ दिया था. लेकिन मैं इससे कभी घबराई नहीं और आगे बढ़ती गई. क्योंकि मैं जानती थी कि लाखों लोग जीवन के अधिकार के बिना, सम्मान के बिना, खुले में सांस लेने की आजादी के बिना और सुरक्षित महसूस किए बिना आगे बढ़ रहे हैं.”
कौन हैं सेलिना जेटली ?
आर्मी बैकग्राउंड से आने वाली सेलिना जेटली 2001 में मिस इंडिया बनी थीं. साल 2011 में उन्होंने बिजनेसमेन पीटर हाग से शादी की थी. उनके चार बच्चे हैं. फिल्म ‘जानशीन’ से उनके करियर की शुरुआत हुई. इसके अलावा वह ‘नो एंट्री’, ‘गोलमाल’ जैसी फिल्मों में नजर आ चुकी हैं. उनकी आखिरी फिल्म 2012 में आई ‘विल यू मैरी मी’ थी. फिल्म में उनके साथ श्रेयस तलपड़े, राजीव खंडेलवाल, मुग्धा गोडसे थीं.
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