जनवरी के पहले सप्ताह में शुरू होने जा रही सीएम हेल्प लाइन 1076 को लेकर नवीन सभागार कलक्ट्रेट में शुक्रवार को कार्यशाला हुई। इस टोल फ्री हेल्प लाइन नंबर पर पब्लिक अपनी शिकायतें दर्ज करा सकेगी। समस्याअाें का समय पर निस्तारण ना हाेने से अधिकारियाें पर गाज गिरेगी। 

यूपी 100 की तर्ज पर 1076 पर दर्ज शिकायतों को एसएमएस के जरिये संबंधित विभागों के प्रमुखों को भेजा जाएगा। जिसका उन्हें तय समय सीमा में निस्तारण कराना होगा। जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि लखनऊ स्थित कॉल सेंटर में 500 प्रतिनिधि जनता की शिकायतों की प्रकृति और विभाग के अनुसार उन्हें संबंधित विभाग या अधिकारी को एसएमएस के जरिये भेजेंगे। इन शिकायतों के निस्तारण का अपडेट भी कॉल सेंटर के प्रतिनिधियों द्वारा फोन कर लिया जाएगा।
शिकायतकर्ता के संतुष्ट होने पर ही कॉल सेंटर प्रतिनिधि शिकायत को निस्तारित मानेंगे। यह कॉल सेंटर 24 घंटे काम करेगा। इसमें शिकायतों के 396 प्रकार वर्गीकृत किए गए हैं, जिसमें सभी विभाग शामिल हैं। शिकायत का निस्तारण न होने पर 15 दिन बाद इसे लेवल एक अधिकारी को फारवर्ड किया जाएगा। सात दिन में यहां भी निस्तारण न होने पर इसे लेवल दो अफसर के पास भेजा जाएगा।
वहां से निस्तारण न होने पर शिकायत लेवल तीन अधिकारी और यहां भी न होने पर लेवल चार अधिकारी के पास भेजी जाएगी।
नई व्यवस्था में आईजीआरएस (जन सुनवाई पोर्टल) बैक और 1076 हेल्प लाइन नंबर फ्रंट की तरह काम करेगा। अधिकारी के तबादले पर चार्ज लेने वाले अधिकारी को शिकायतों का निस्तारण कराना होगा। जिलाधिकारी ने बताया कि 1076 पर फर्जी शिकायतें करने पर नंबर ब्लॉक कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी प्राप्त होने वाली शिकायतों को पूरी गंभीरता से लें और समय पर निस्तारण करें। कार्यशाला में एडीएम-एलए समीर वर्मा समेत सभी एसडीएम और अन्य अधिकारी शामिल हुए।
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