लखनऊ:, 14 दिसंबर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी विकास प्राधिकरणों के कार्यों की समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि प्राधिकरणों की योजनाएं समयबद्ध हों, जनहित पर केंद्रित हों, अनावश्यक नागरिकों को परेशान न किया जाए, इसके दृष्टिगत कई स्तरों पर इनकी कार्यप्रणाली में व्यापक सुधार की जरूरत है।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि पहले सम्बंधित विभाग स्तर पर इनकी समीक्षा कर इनके द्वारा संचालित परियोजनाओं की स्थिति का परीक्षण किया जाए, इसके बाद वह स्वयं भी एक-एक प्राधिकरण की समीक्षा करेंगे।
मुख्यमंत्री, सोमवार को अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में विभिन्न विभागों की समीक्षा कर रहे थे।समीक्षा बैठक में सीएम योगी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने किसानों के हितों के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा कि सभी धान क्रय केन्द्रों पर प्रोक्योरमेन्ट की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) का लाभ किसानों को समय से मिले। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रदेश के सभी धान क्रय केंद्रों की समीक्षा की जाए। सीएम ने कहा कि कुछ अराजक तत्व व्यवस्था में गड़बड़ी करने की फिराक में हैं। कतिपय शिकायतें भी मिली हैं। इन लोगों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। किसानों के हितों के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता। मुख्यमंत्री ने औद्योगिक निवेश के लिए ईज ऑफ डूइंग बिजनेस को और सरल करने के निर्देश देते हुए इन्वेस्ट यूपी, यूपीसीडा और विकास प्राधिकरणों में योग्य और कर्मठ अधिकारियों की तैनाती की जरूरत बताई।
बेसिक शिक्षा विभाग में अंतर्जनपदीय तबादले की प्रक्रिया शीघ्र पूरी की जाए:
सीएम ने बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों के अंतर्जनपदीय तबादलों की प्रक्रिया शीघ्रता से पूरी करने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने कहा कि इस संबंध में जो भी गतिरोध थे, अब समाप्त हो चुके हैं। यह युवाओं की सुविधा का विषय है। इसमें तत्परता बरती जाए। बैठक में सीएम योगी ने कहा कि शीघ्र ही केंद्रीय शहरी विकास मंत्री के साथ प्रदेश की स्मार्ट सिटी और अमृत योजना की समीक्षा की जाएगी। यह कार्य जनहित से जुड़े हैं। इनकी सतत निगरानी की जाए। अधिकारीगण इन्हें प्राथमिकता में रखें।
प्रदेशवासियों की आस्था का सम्मान है कैलास मानसरोवर भवन:
सीएम ने नवलोकर्पित कैलास मानसरोवर भवन को प्रदेशवासियों के लिए बेहतरीन तोहफा कहा। सीएम ने भवन की भव्यता की सराहना करते हुए इसे अधिकाधिक जनोपयोगी बनाने के भी निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि यह भवन कैलाश मानसरोवर यात्रा, सिन्धु दर्शन यात्रा, बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री आदि यात्राओं के श्रद्धालुओं को समर्पित है।
सरकारी चिकित्सा संस्थानों में व्यवस्था सुधार हो:
मुख्यमंत्री योगी जी ने सभी सरकारी चिकित्सा संस्थानों में व्यवस्था सुधार के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि अब हम सभी कोविड अनलॉक के एक नए चरण में प्रवेश कर रहे हैं, कोविड वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शीघ्र ही शुरू होने के आसार हैं, लेकिन इस बीच अन्य रोगों से ग्रसित रोगियों के उपचार में किसी तरह की लापरवाही नहीं होनी चहिए। सीएम ने कहा है कि प्रदेश के सभी मेडिकल संस्थानों में ओपीडी की व्यवस्था सुचारू की जाए। इससे आम जनमानस को बड़ी सहूलियत होगी।
उन्होंने कहा कि कोविड अनलॉक के इस दौर में अब जनजीवन तेजी से सामान्य हो रहा है, लेकिन सतर्कता और सावधानी में छोटी सी लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए। उन्होंने कोरोना वैक्सीन के लिए सुरक्षित कोल्ड चेन की स्थापना के निर्देश दिए। अपर मुख्य सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि कोरोना वैक्सीनेशन के लिए वैक्सीनेटर्स का प्रशिक्षण सोमवार से शुरू हो रहा है। इस संबंध में आवश्यक तैयारियां कर ली गई हैं। सीएम ने कहा कि कोविड-19 के सम्बन्ध में शासन की गाइडलाइन्स का पालन हर हाल में सुनिश्चित किया जाए। कोविड-19 के बचाव व उपचार के सम्बन्ध में प्रभावी व्यवस्था निरन्तर बनाए रखी जाए।
प्रस्तावित विश्वविद्यालयों के निर्माण को दें प्राथमिकता:
मुख्यमंत्री ने सहारनपुर, अलीगढ़ और आजमगढ़ में प्रस्तावित राज्य विश्वविद्यालयों तथा अटल बिहारी बाजपेयी चिकित्सा विश्वविद्यालय, लखनऊ के निर्माण शीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि इन संस्थानों की स्थापना सरकार की प्राथमिकता में है। इनके डीपीआर शीघ्र तैयार कर लिए जाएं। यह परियोजनाएं जन महत्व की हैं, इनमें कतई विलम्ब नहीं होना चाहिए।
वहीं, कतिपय घटनाओं का संज्ञान लेते हुए उन्होंने कहा कि सरकारी धन की पाई-पाई का हिसाब होना चाहिए। फर्जी बिलिंग की एक भी घटना नहीं आनी चाहिए। ऐसे लोगों के साथ कोई रियायत नहीं होनी चाहिए। इन पर सख्त कार्रवाई हो।