सिगरेट पर GST काउंसिल द्वारा सेस लगाने का फैसले लिए जाने के बाद मंगलवार को टबैको कंपनी ITC के शेयर बुरी तरह गिर गए।बड़ा खुलासा: नोटबंदी के बाद पकड़े गए इतने नकली नोट कि आपके भी उड़ जायेगे होश..
आईटीसी के शेयरों में आई 15 प्रतिशत की गिरावट को कंपनी के शेयरों में 1992 के बाद सबसे बड़ी गिरावट कहा जा रहा है। आईटीसी के गिरते शेयरों से सबसे ज्यादा नुकसान लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (LIC) को हुआ। एलआईसी को पहले आधे घंटे में 7000 करोड़ का नुकसान हो गया। इंडिया टबैको कंपनी (ITC) में सबसे बड़ा शेयरहोल्डर एलआईसी ही है।
31 मार्च, 2017 तक सिगरेट निर्माता कंपनी आईटीसी में एलआईसी के 16.29 प्रतिशत शेयर थे। आईटीसी के शेयरों में इससे पहले इतनी बड़ी गिरावट 1992 में आई थी। आईटीसी की गिरावट से डोमेस्टिक इंश्योरेंस कंपनियों को 10 हजार करोड़ का नुकसान हुआ वहीं एफपीआई कंपनियों को 9 हजार करोड़ गंवाने पड़े। एलआईसी पिछले 4 सालों से आईटीसी में अपने स्टेक बढ़ा रहा है। 2013 में एलआईसी के आईटीसी में 12.17 प्रतिशत शेयर थे।
कुछ दिनों पहले एलआईसी के चेयरमैन वीके शर्मा ने टबैको कंपनी में सरकार के स्वामित्व वाली इंश्योरेंस कंपनी द्वारा हिस्सेदारी बढ़ाने का बचाव करते हुए कहा था कि किसी कंपनी में शेयर होल्ड करना या नहीं करना स्मोकिंग से जुड़ा नहीं है।
अप्रैल में बंबई हाई कोर्ट में सरकारी इंश्योरेंस कंपनियों के टबैको कंपनी में निवेश पर जनहित याचिका दायर की गई थी। टबैको से भारत में सबसे ज्यादा जानें जाती हैं। सिगरेट पर सेस लगाने के जीएसटी काउंसिल के फैसले के बाद आईटीसी के शेयर मंगलवार को 15 प्रतिशत तक गिर गए थे।