केंद्र सरकार ने पाटीदार नेता हार्दिक पटेल की सुरक्षा व्यवस्था का मूल्यांकन करने के बाद उन्हें दी गई वाई प्लस सुरक्षा वापस लेने का फैसला ले लिया. बता दें कि जान का खतरा होने पर नवंबर 2017 में हार्दिक पटेल को वाई प्लस सुरक्षा उपलब्ध कराई गई थी.
आपको बता दें कि नवंबर 2017 में हार्दिक पटेल को वाई प्लस सुरक्षा दी गई थी , जिसके तहत उन्हें केंद्रीय औद्यौगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के आठ जवानों का सुरक्षा चक्र उपलब्ध कराया गया था. गुजरात चुनाव पश्चात केंद्र ने उनकी सुरक्षा का मूल्यांकन करने के बाद इसे हटाने का निर्णय ले लिया. स्मरण रहे कि हार्दिक पटेल ने केंद्र से मिली वाई प्लस सुरक्षा के साथ ही गुजरात विधानसभा चुनाव में प्रचार किया था.
उल्लेखनीय है कि सरकार के इस फैसले पर हार्दिक पटेल ने ट्वीट करते हुए कहा कि या तो उनकी हत्या का प्लान है या जेल भेजने की तैयारी है. कर्म करता हूँ,फल अच्छा हो या बुरा मिलना तो मुझे ही है. पता ही है कि हार्दिक को गुजरात पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता के अलावा पीएम मोदी के मुखर विरोधी के रूप में पहचाना जाता है. वे पीएम के विरोध का कोई मौका नहीं चूकते हैं .
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