पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य सर्जिकल स्ट्राईक के बाद गोवा के मिस्टर क्लीन से निकलकर रक्षा मंत्री मनोहर पारिकर की छवि भारत सरकार के कर्तव्यशील चेहरे के रूप में स्थापित हुई है। मगर पारिकर की भावी राजनीतिक पारी गोवा के चुनावी परिणाम पर निर्भर है। गोवा के चुनावी फिंजा में मशगूल रक्षा मंत्री परिकर से संजय मिश्र ने पांच राज्यों के चुनावी माहौल और देश के तमाम ज्वलंत मुदृदों पर विस्तार से चर्चा की। पेश है प्रमुख अंश-

चुनावी मैदान में अकेले चलेगी शिवसेना, भाजपा से तोड़ी 22 साल पुरानी दोस्ती
सवाल – बीते दिनों केंद्र सरकार ने सर्जिकल स्ट्राईक और नोटबंदी सरीखे दो बडे़े कदम उठाए। इस कदम का चुनाव में क्या असर होगा।
उत्तर – केंद्र के मुदृदों का सामन्य प्रभाव रहता है। विधानसभा के चुनाव में स्थानिय और प्रादेशिक मुदृदे असर करते हैं। नोटबंदी और सर्जिकल स्ट्राईक केंद्र सरकार के जरिए ये दोनों ही कदम बहुत बड़े और महत्वपूर्ण हैं। देश की जनता पर इनके सकारात्मक प्रभाव हैं। नोटबंदी से भ्रष्टाचार पर लगाम लगी है। तो सर्जिकल स्ट्राईक से दुनिया ने हमारी सामरिक शक्ति का लोहा माना है। मगर सर्जिकल स्ट्राईक चुनावी मुदृदा नहीं है। नोटबंदी के नकारात्मकता का गोवा में बहुत कम असर है। यहां आबादी के हिसाब से बैंक की संख्या ज्यादा है।
सवाल – पाकिस्तान ने हाल ही में हमारे गिरफ्तार सैनिक चंदू लाल को छोड़ा है। पाक का ये कदम दोनों देशों के बीच बदलते रिश्तों के संकेत तो नहीं।
उत्तर – चंदू लाल के छोड़े जाने की घटना के मायने नहीं निकाले जाने चाहिए। यह सामान्य घटना है। भुलवश इधर के सैनिक उधर चले जाते हैं और उधर के सैनिक इधर चले आते हैं। डीजीएमओ स्तर पर ऐसी घटनाओं का निपटान कर लिया जाता है। चंदू की रिहाई का मामला भी ऐसा ही है।
मेरा गोवा की जनता के साथ लगाव है वे मुझे बहुत प्यार करते हैं
सर्जिकल स्ट्राइक में शामिल सूरमाओं को वीरता पुरस्कार, जानिए उनके नाम
सवाल – गोवा के अलावा यूपीए उत्तराखंड समेत पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव हैं। भाजपा की स्थिति को कैसा आंकते हैं।
उत्तर – गोवा ही नहीं यूपीए उत्तराखंड में भी भारी बहुमत के साथ भाजपा की सरकार बनेगी। भाजपा ने केंद्र में प्रभावी और स्थिर सरकार दिया है। देशवासियों के मन में पीएम मोदी और उनकी सरकार के बारे में अच्छी धाराणा है।
सवाल – पारिकर जी आप यूपी से राज्यसभा सांसद हैं पर पार्टी ने आपकों स्टार प्रचारकों की लिस्ट में नहीं रखा हैए ऐसा क्यों।
उत्तर – गोवा चुनाव बितने के बाद यूपी और अन्य चुनावी राज्यों में पार्टी का प्रचार करने जाउंगा। अभी मैं गोवा में भाजपा सरकार की वापसी करवाने में जुटा हुं।
सवाल – कहा जाता है कि रक्षा मंत्री बनने के बाद भी परिकर का दिमाग बेशक दिल्ली में है मगर दिल गोवा में ही है। आखिर ऐसा क्या है, दोबारा से सूबे का मुख्यमंत्री बनने की मंशा तो नहीं।
उत्तर – देखिए हर नेता का किसी न किसी क्षेत्र में अपना प्रभाव रहता है। मेरा गोवा की जनता के साथ लगाव है वे मुझे बहुत प्यार करते हैं। परिस्थितियों की वजह से मैं यूपी से राज्यसभा का सांसद बना। यहां कोई सीट खाली नहीं थी। लेकिन यूपी के लिए भी बहुत करने का मन में जज्बा है। पार्टी ने जो कार्य दिया उसे बखूबी किया है।
सवाल – वेलिंगकर ने संघ छोडते समय आपको एक बड़ी वजह बताया था आपका क्या कहना है।
उत्तर – इन बातों पर मैं कुछ नहीं बोलुंगा। उनको जो कहना था कह दिया आप इंतजार करिए चुनाव के परिणाम का। वैसे चुनाव में वेलिंगकर कोई समस्या नहीं।
TOS News Latest Hindi Breaking News and Features