नई दिली: एबीपी न्यूज और सर्वे एजेंसी नीलसन के सर्वे के मुताबिक लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को उत्तर प्रदेश में पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है। सर्वे के मुताबिक प्रदेश की 80 में से बीजेपी को सिर्फ 36 सीटों पर जीत मिल सकती है। वहीं समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल गठबंधन को 42 सीटें मिलने का अनुमान है। कांग्रेस को सिर्फ दो सीटें मिलने की संभावना जताई जा रही है।
गौरतलब है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी गठबंधन को 80 में से 73 सीटों पर जीत मिली थी। हालांकि इस सर्वे में भी बीजेपी के वोट प्रतिशत में कोई खासा असर नहीं पड़ रहा है। 2014 के लोकसभा चुनाव में उसे 43.3 पर्सेंट वोट मिले थे जबकि सर्वे के मुताबिकए 2019 में उसे 43 पर्सेंट वोट मिल सकते हैं। गठबंधन को कुल 42 फीसदी वोट मिलने के आसार हैं।
यूपी में कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को लॉन्च करके अपना दमखम लगाने की कोशिश की है। हालांकि एबीपी-नीलसन सर्वे के मुताबिक कांग्रेस को यूपी में इसका कोई फायदा नहीं मिलने वाला है। सर्वे की मानें तो कांग्रेस अमेठी और रायबरेली के अलावा किसी और सीट पर नहीं जीत पाएगी। हालांकि उसके वोट प्रतिशत में मामूली बढ़ोतरी देखी जा सकती है।
सर्वे में बीजेपी को सिर्फ 36 सीटें मिलती दिखाई जा रही हैं। बीजेपी के लिए मुश्किल यह भी है कि सर्वे में केंद्रीय मंत्री मनोज सिन्हा और प्रदेश सरकार में मंत्री रीता बहुगुणा जोशी के चुनाव हारने की संभावना जताई जा रही है। मनोज सिन्हा फिलहाल गाजीपुर से सांसद हैं और रीता बहुगुणा जोशी इलाहाबाद लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं। लोकसभा चुनाव के लिए सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान जारी है।
इस बार उत्तर प्रदेश, बिहार और उत्तराखंड की ऐसी कई सीटें हैं जहां मुकाबला दिलचस्प होने वाला है। इन तीनों ही राज्यों में 2014 चुनाव में बीजेपी ने विपक्ष का सूपड़ा साफ कर दिया था लेकिन इस बार बिहार में महागठबंधन और यूपी में एसपी,बीएसपी,आरएलडी के गठबंधन की बदौलत इन सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवार को कड़ी टक्कर मिलने वाली है।