नई दिल्ली: बाबा अमरनाथ यात्रा के इच्छुक महिला भक्तों को साड़ी की जगह सलवार सूट , पेंट शर्ट और ट्रैक सूट पहनने की सलाह दी गयी है। बाबा अमरनाथ यात्रा के लिए एडवांस रजिस्ट्रेशन बुधवार से शुरू हो गया। श्रद्धालुओं ने पूरे उत्साह से पंजीकरण करवाया। देशभर में तीन बैंकों की 433 शाखाओं से श्रद्धालुओं का पंजीकरण करवाने की प्रक्रिया शुरू हुई।
इस बीच श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने 29 जून से शुरू होने वाली यात्रा के लिए महिलाओं को साड़ी के बजाय सलवार कमीजए पेंट शर्ट या ट्रैक सूट पहनने की सलाह भी जारी की। साथ ही साथ वार्षिक अमरनाथ यात्रा में 13 साल से कम उम्र के बच्चों और 75 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी। छह सप्ताह से ज्यादा की गर्भवतियों को भी अनुमति नहीं मिलेगी।
बोर्ड ने एक महीने तक चलने वाली इस तीर्थयात्रा के बारे में सभी के लिए परामर्श जारी करते हुए कहा है कि वे अपने साथ पर्याप्त मात्रा में ऊनी कपड़े लेकर चलें क्योंकि कभी-कभी अचानक तापमान काफी गिर जाता है। इसमें कहा गया है कि यात्रा क्षेत्र में मौसम का पूर्वानुमान संभव नहीं है इसलिए वाटर प्रूफ जूते, रेनकोट, विंड चीटर और छाता साथ ले जाएं। आपात स्थिति को ध्यान में रखकर यात्रा के दिन से ही अपने नाम, पता और मोबाइल फोन नंबर अपनी जेब में जरूर रखें। खुद का पहचान पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस और यात्रा अनुमति पत्र अपने साथ रखें, समूह में यात्रा करें और सामान ढोने के लिये कुली, घोड़े या खच्चर का इस्तेमाल करें।
परामर्श में यह सुनिश्चि करने को कहा गया है कि तीर्थ यात्रियों की नजरें समूह में शामिल लोगों पर रहें जिससे आप समूह से न बिछडऩे पाएं। आपके समूह का कोई सदस्य लापता हो जाए तो तुरंत पुलिस की मदद लें। बोर्ड के परामर्श में कहा गया है कि चेतावनी लगी सूचनाओं वाली जगहों पर कभी न ठहरें। सिर्फ निर्धारित रास्ते पर ही चलें। यात्रा के दौरान अचानक तापमान गिर जाता है इसलिए हर समय ऊनी कपड़ों में रहें और नंगे पांव न चलें। पवित्र गुफा के रास्ते बेहद सीधी चढ़ाई वाले होते हैं और ढलान भी तीखी होती हैं इसलिए चप्पलें कभी न पहनें। इस दौरान पहाड़ी रास्तों पर चढ़ाई लायक फीते वाले जूते पहनें।
इसमें कहा गया है कि यात्रा के दौरान कभी भी छोटे रास्तों का प्रयोग करने से बचें। ये खतरनाक हो सकते हैं। खाली पेट यात्रा शुरू न करें। अगर आप ऐसा करते हैं तो आपको स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्या का सामना करना पड़ सकता है। परामर्श में कहा गया है कि जम्मू-कश्मीर में प्लास्टिक के थैलों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध है इसलिए इन्हें लेकर यात्रा न करें। ये कानूनी रूप से दंडनीय हैं। अमरनाथ यात्रा 29 जून से 7 अगस्त के बीच होने की उम्मीद है।