हरारे। जिम्बाब्वे में इस वर्ष जनवरी से मार्च तक सांप काटने की घटना में करीब 38 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि सांप काटने से 5000 से ज्यादा लोगों को बचाया गया है।
स्वास्थ्य एवं शिशु देखभाल मंत्रालय के स्थाई सचिव गेराल्ड विंजी ने कहा कि इस वर्ष देश में भारी बारिश के कारण जंगली पेड़-पौधों और पत्तों के अधिक विकसित होने के बाद से सांप काटने के मामलों में वृद्धि हुई है।
सरकार संचालित ‘न्यू जियाना’ एजेंसी ने गेराल्ड के हवाले से बताया, इस वर्ष की शुरुआत से पूरे देश में सांप काटने के 5,605 मामले सामने आए हैं, जिनमें 38 लोगों की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि कुछ मौतों को रोका जा सकता था, अगर पीड़ित एंटी-सीरम का इस्तेमाल करते, जो सांप के काटने के बाद दी जाती है।
उन्होंने कहा कि कुछ पीड़ितों को पारंपरिक जहर को नष्ट करने वाली जड़ी-बूटियों का उपयोग करने वाले वैद्यों के पास दिखाया गया था। उन्होंने ग्रामीण समुदायों से अपने घरों के पास से घास और जंगली पौंधों को हटाने का आग्रह किया है, क्योंकि ऐसे में सांपों की रहने की संभावना अधिक होती है।