राम मंदिर का मुद्दा भले ही देश की सर्वोच्च अदालत में चल रहा हो और मंदिर बनाने को लेकर कोई आदेश जारी न आया हो. पर फिर भी राम मंदिर को लेकर अदालत के बाहर चर्चाएं होती रहती है. हाल ही में बाबरी मस्ज़िद विध्वंस मामले में सीबीआई की अपील पर सुप्रीम कोर्ट ने भाजपा के कई नेताओं के खिलाफ मुकदमा चलाने का आदेश दिया है
इसमें साध्वी ऋतुम्भरा का नाम भी शामिल था. सूरत पहुंची साध्वी ऋतुम्भरा ने राम मंदिर बनाने की मांग दोहराते हुए कहा कि उन्हें भले 5-7 साल जेल में रहना पड़े, लेकिन मोदी और योगी राज में हरहाल में मंदिर बनना चाहिए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की तुष्टीकरण से यह मामला कोर्ट में है और हम ट्रायल फेस करेंगे.
साध्वी ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की एंटी-रोमियो स्क्वायड से नाराजगी जताते हुए कहा कि पुलिस का काम आतंकियों और असामाजिक तत्वों को पकड़ना है. साध्वी ने तीन तलाक पर कहा कि यह इच्छाएं और वासनाएं पुरी करने का दुष्चक्र है. इससे मानवता को बचाना चाहिए. स्त्री चाहे किसी भी पंथ की हो, उनके साथ मानवीय व्यवहार होना चाहिए.