भोपाल: भोपाल लोकसभा सीट की बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को गुरुवार को देशभक्त बताकर फिर से हंगामा खड़ा कर दिया। कुछ ही घंटे बाद अपना विवादित बयान वापस लेते हुए माफी मांग ली।
उन्होंने अपने बयान में कहा कि जो पार्टी की लाइन है वही मेरी लाइन है। उधर साध्वी प्रज्ञा के विवादित बयान पर मध्य प्रदेश के मुख्य चुनाव अधिकारी ने रिपोर्ट मांगी है। प्रज्ञा को कल तक इसका जवाब देना है। इससे पहले उन्होंने देवास लोकसभा सीट पर 19 मई को होने वाले चुनाव के लिए पार्टी प्रत्याशी महेन्द्र सोलंकी के समर्थन में आगर मालवा में रोडशो कर रही प्रज्ञा ने एक सवाल के जवाब में स्थानीय न्यूज चैनल से कहा नाथूराम गोडसे देशभक्त थे हैं और रहेंगे।
गोडसे को आतंकी बोलने वाले खुद के गिरेबान में झांककर देखें। अबकी बार चुनाव में ऐसा बोलने वालों को जवाब दे दिया जाएगा। साध्वी प्रज्ञा के इस बयान को लेकर पूरे देश में बवाल में मच गया। पार्टी ने आनन- फानन में बयान जारी करते हुए कहा कि वह प्रज्ञा के बयान से सहमत नहीं है। इतना ही नहीं बीजेपी ने साध्वी को तत्काल अपने बयान पर सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने को कहा।
बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने अपने बयान में कहा कि भाजपा उनके बयान से सहमत नहीं है और इसकी निंदा करती है और पार्टी उनसे स्पष्टीकरण मांगेगी। उन्होंने यह भी कहा है कि प्रज्ञा सिंह ठाकुर को अपने इस बयान के लिए सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए। देर रात साध्वी ने अपने बयान से माफी मांग ली। साध्वी ने कहा अपने संगठन बीजेपी में निष्ठा रखती हूंण् उसकी कार्यकर्ता हूं तथा पार्टी की लाइन ही मेरी लाइन है।
कांग्रेस ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर की चुनाव आयोग में शिकायत की है। यह शिकायत नाथूराम गोडसे पर दिए विवादित बयान को लेकर की है। कांग्रेस का कहना है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे को देशभक्त कहकर महिमा मंडन करना आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। पार्टी ने साध्वी प्रज्ञा ठाकुर पर आचार संहिता उल्लंघन का प्रकरण दर्ज करने की मांग की।