शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के एक एटीएम से 2000 के नोट की स्कैन कॉपी निकलने के बाद स्थानीय लोगों ने जमकर बवाल काटा। खबरों की गर मानें तो बैंक में शिकायत करने पर कर्मचारियों ने यह मानने से इंकार कर दिया कि एटीएम से नकली नोट निकल रहे हैं। यही वजह थी कि लोगों ने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। यह घटना दिल्ली के एसबीआई के ही एक एटीएम से चिल्ड्रेन बैंक ऑफ इंडिया के 2000 रुपए के नोट निकलने के बाद सामने आई है।
2000 के नोट की स्कैन कॉपी निकलने से बैंक ने किया इंकार
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुरुवार को शाहजहांपुर के जलालाबाद इलाके के जूलर अरविंद गुप्ता एसबीआई के एटीएम से 10,000 रुपये निकाले। एटीएम से 2,000 के कुल 5 नोट निकले। गुप्ता ने कहा, ‘इन नोटों में से एक नोट जिसका सीरियल नंबर 5डीएन029593 साफतौर पर नकली दिखाई दे रहा था।
इस नोट का कागज वैसा नहीं था जैसे कागज पर सामान्यतौर पर 2,000 रुपये का नोट आता है। यह नोट असली नोट की स्कैन कॉपी था।’ उन्होंने बताया कि एटीएम की लाइन में लगे लोग भी इस बात के गवाह हैं कि मशीन से नकली नोट निकला था। इसके बाद गुप्ता तुरंत एटीएम से लगी ब्रांच में शिकायत करने गए। शाम के समय में ब्रांच में कुछ ही स्टाफ मौजूद था जिन्हें गुप्ता ने पुराना नोट दिखाया।
हालांकि, कथित तौर पर स्टाफ ने यह मानने से इनकार कर दिया कि एटीएम से नकली नोट निकला है। इसके बाद गुप्ता ने ब्रांच में स्थानीय लोगों को बुला लिया जिसके बाद उन्होंने बैंक में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। बाद में, गुप्ता ने जलालाबाद के सब डिविजनल मैजिस्ट्रेट और पुलि स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। गुप्ता का आरोप है कि चूंकि इलाके में केवल बैंक स्टाफ ही एटीएम में पैसा डालता है इसलिए ऐसा लगता है कि बैंक स्टाफ नकली नोट डालने में शामिल हो सकता है।
वहीं, बैंक के मैनेजर जेपी चंदेल ने इस मामले को पूरी तरह से नकार दिया है। उन्होंने कहा, ‘मैं सीसीटीवी फुटेज चेक करूंगा ताकि पता चल सके कि नोट वास्तव में एटीएम से ही निकला है या नहीं।’