कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर लॉकडाउन में बंद हुए मंदिरों के सावन माह में खुलने की अटकलों पर विराम लग गया है। शहर में कोरोना संक्रमण के हालात को देखते हुए प्रशासन ने धार्मिक गुरुओं की बैठक में फिलहाल जुलाई माह में भी धार्मिक स्थलों को बंद रखने का फैसला लिया है। अनलॉक-2 में मंदिरों, मस्जिदों और चर्च खोलने को लेकर धार्मिक गुरुओं ने अलग अलग मांग रखी थी। कोरोना संक्रमण फैलने पर लॉकडाउन में सभी धार्मिक स्थलों को बंद कर दिया गया था। करीब दो माह तक बंद रहने के बाद बीते जून माह में अनलॉक-1 में कोरोना नियमों को पालन करते ुहुए प्रदेश में धार्मिक स्थल खोलने की सहमति बनी थी लेकिन कानपुर में हालात ठीक न होने के चलते कोई फैसला नहीं हो सका था।
धार्मिक गुरुओं से सहमित के बाद प्रशासन ने धार्मिक स्थल तीस जून तक बंद रखने का निर्णय लिया था। जून माह समाप्ति के बाद धार्मिक गुरुओं में मंदिर, मस्जिद और चर्च खोलने को लेकर खास इच्छा जगी थी। संतों ने सावन माह में मंदिर खोलने की इच्छा जताई थी, वहीं पादिरयों ने भी चर्च में प्रार्थना शुरू कराने की बात कही थी। मौलानाओं ने मस्जिदों में कोरोना के चलते नमाजियों की निर्धारित संख्या बढ़ाने की बात रखी थी। हालांकि प्रशासन ने बैठक के बाद ही अंतिम निर्णय लिये जाने की बात कही थी।
अनलॉक-2 में फिर धार्मिक स्थलों के खोले जाने की अटकलों पर विराम लग गया। गुरुवार को डीएम डॉ. ब्रह्मदेव राम तिवारी और एसएसपी दिनेश कुमार पी की अगुवाई में विभिन्न धर्मों के धार्मिक गुरुओं की लोकेशन बैठक कलेक्ट्रेट में हुई। डीएम ने धर्म आचार्यों को शहर में कोरोना संक्रमण के हालातों को देखते हुए खतरे से अवगत कराते हुए फिलहाल धर्म स्थलों को बंद रखने की बात को प्रमुखता से रखा। उन्होंने सभी धर्मों के लोगों की बात की और तैयारियों के बारे में चर्चा की। जूना अखाड़ा के अध्यक्ष प्रेम गिरी महाराज ने सर्वप्रथम जिला प्रशासन के निर्णय पर धर्म स्थलों को बंद कर रखने पर सहमति जताई।
धर्म संघ के संयोजक शेष नारायण त्रिवेदी ने बताया कि डीएम व एसएसपी ने जुलाई माह में अग्रिम आदेश तक सभी धार्मिक स्थलों को बंद रखने को कहा है। उन्होंने यह भी कहा कि परिस्थितियां बदलने पर पुनः बैठक करके बीच में भी विचार-विमर्श किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई और जैन धर्मों के धर्म आचार्यों ने धर्मस्थल बंद रखने के फैसले का स्वागत किया। बैठक में एसपी पूर्वी राजकुमार अग्रवाल, एडीएम सिटी विवेक श्रीवास्तव, पनकी मंदिर के महंत श्रीकृष्ण दास, महामंडलेश्वर जितेद्र दास, उदित आनंद महाराज, बाल योगी अरुण चैतन्यपुरी आदि उपस्थित रहे।