आधार कार्ड के नंबर और थंब इंप्रेशन के जरिए लोगों के बैंक खातों से रकम पार करने वाला एक और गिरोह शहर में सक्रिय है। चकेरी पुलिस को ऐसे तीन शातिरों का पता लगा है, उनकी तलाश की जा रही है। इसी तरह के दो गैंग को दो वर्ष पूर्व क्राइम ब्रांच ने पकड़ा था, तब दर्जनों लोगों के खातों से रकम निकाली गई थी। कुछ समय बाद वे आरोपित जमानत पर छूट गए थे।
पिछले दिनों आधार कार्ड के नंबर और थंब इंप्रेशन का इस्तेमाल करके लोगों के खातों से नकदी निकलने के दो मामले में चकेरी पुलिस के पास पहुंचे। एक शिक्षिक ने जानकारी दी कि उनके खाते से किसी ने करीब 12 हजार रुपये निकाल लिए तो एक महिला का भी आधार व अंगूठे का निशान लेकर ठगों ने रकम पार कर दी। इसी तरह एक महिला ने सरकारी योजना के एक फार्म में आधार कार्ड का नंबर व थंब इंप्रेशन दिया था।
दोनों ने यह भी बताया कि आधार की कॉपी और अंगूठे का निशान कुछ समय पूर्व उन्होंने सिमकार्ड लेने के लिए भी दिया था। पुलिस ने सर्विलांस टीम की मदद से जांच शुरू की तो ऐसे तीन ठगों का पता लगा है, जो मोबाइल कंपनियों का सिमकार्ड बेचने का काम करते हैं। हालांकि आरोपित अपने घरों से फरार हो गए हैं। क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने बताया कि आरोपितों के नाम, पते का ब्योरा जुटाकर उनकी लोकेशन पता लगाने की कोशिश की जा रही है। साथ ही जेल से छूटे पुराने साइबर ठगों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। जल्द ही गिरोह का राजफाश होने की उम्मीद है।