मोदी सरकार ने नोटबंदी के फैसले के बाद जनता से 50 दिन का समया मांगा था, जो करीब हफ्ते भर में पूरे हो जाएंगे। इस बीच नकदी की समस्या से चौतरफा विरोध झेल रही सरकार ने एक ऐसा फैसला लिया है जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि पीएम मोदी अपने 50 दिनों के वादे को पूरा कर लेंगे।
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कैश की दिक्कत से निपटने के लिए बड़ा फैसला लेते हुए सरकार ने 500 रुपये के नए नोट की छपाई तीन गुना बढ़ा दी है। सरकार ने नासिक की करंसी नोट प्रेस को नए नोटों की छपाई तीन गुना बढ़ाने का आदेश दे दिया है। इसके बाद नासिक की करंसी नोट प्रेस में रोज छापे जाने वाले 500 रुपये के नए नोटों की संख्या में तीन गुने तक इजाफा हो गया है।
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टाइम्स ऑफ इंडिया ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि, 500 रुपये के नए नोट छापने की संख्या में तीन गुना तक बढ़ोत्तरी की गई है। अब रोजाना एक करोड़ नोट छापे जा रहे हैं। नवंबर में 35 लाख नोट रोजना छापे जा रहे थे। अभी एक करोड़ 90 लाख नोट प्रतिदिन छप रहे हैं जिसमें एक करोड़ सिर्फ 500 रुपये के हैं। इनमें 100, 50 और 20 रुपये के नोट भी शामिल हैं।’
करंसी नोट प्रेस ने शुक्रवार को नोटबंदी के बाद से सबसे ज्यादा संख्या में करंसी भेजी है। आरबीआई को करंसी नोट प्रेस ने कुल चार करोड़ 30 लाख मिलियन नोट भेजे हैं। इनमें एक करोड़ 10 लाख नोट सिर्फ 500 रुपये नए नोट थे जबकि 1 करोड़ 20 लाख नोट 100 रुपये और एक-एक करोड़ नोट 50 और 20 रुपये के थे।
करंसी नोट प्रेस ने 11 नवंबर को रिजर्व बैंक को 50 लाख नोट 500 रुपये के भेजे थे। पिछले 43 दिनों में करंसी नोट प्रेस ने रिजर्व बैंक को अलग-अलग तरह के कुल 828 मिलियन नोट भेजे हैं। इनमें से 250 मिलियन नोट केवल 500 रुपये के थे। पिछले तीन दिनों में करंसी नोट प्रेस ने आठ करोड़ 30 लाख नोट छापे, जिसमें से तीन करोड़ 75 लाख नोट सिर्फ 500 रुपये के हैं।
अनुमान लगाया जा रहा है कि 31 जनवरी तक करंसी नोट प्रेस अलग-अलग तरह के 800 मिलियन करंसी नोट छाप देगा। इनमें से आधे नोट केवल 500 रुपये के होंगे। नोटबंदी के बाद से नकदी की समस्या को देखते हुए करंसी नोट प्रेस रविवार को छुट्टी नहीं होती है। कर्मचारियों की काम के घंटों को भी 11 घंटे तक बढ़ा दिया गया है।