सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी शिअद सुप्रीमो सुखबीर बादल पर पलटवार किया है। सीएम ने कहा कि वेतन रुकने की वजह अकालियों का दस साल का कुशासन और जीएसटी का हिस्सा मिलने में देरी है। उन्होंने आधारहीन व नकारात्मक आरोप लगा कर जन विरोधी एजेंडा अपनाने केलिए सुखबीर की आलोचना की। उन्होंने सुखबीर के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया जताई।
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सीेएम ने अकालियों द्वारा कांग्रेस पर लगाए अपने वादों से पीछे हटने के आरोपों को रद किया। साथ ही राज्य की आर्थिक स्थिति के लिए पूरी तरह अकालियों को जिम्मेदार ठहराया। सीएम ने कहा कि राज्य की आर्थिक हालत डगमगाने केलिए अकाली सरकार की गलत और भ्रष्ट नीतियां जिम्मेदार हैं। केंद्र से जीएसटी के योगदान में देरी के कारण इस महीने मुलाजिमों का वेतन देने में देरी हुई है। बादलों और उनके सहयोगियों ने एक दशक के कार्यकाल में अंधी लूट मचाई। जिससे सरकारी खजाना बड़े कर्ज के बोझ तले आ गया है। अपनी असफलता के कारण सूबे पर आए संकट केलिए अब वे कांग्रेस सरकार पर आरोप लगा रहे हैं।
सीएम ने कहा कि उनकी सरकार ने मेनिफेस्टो में किए बहुत से वादों को भारी वित्तीय समस्याओं का सामना करते हुए लागू किया। सरकार ने भलाई स्कीमों से लेकर नशों के खात्मे, औद्योगिक विकास, किसानों के कर्ज माफ करने के वादे पूरे किए हैं। कर्ज माफी और कुर्की खत्म होने क े मुद्दे पर सुखबीर के आरोपों की आलोचना करते हुए कैप्टन ने कहा कि वह किसानों के जीवन से खेल रहे हैं। रोजगार के संबंध में ठोस आंकड़ों व तथ्यों को नजरंदाज कर सुखबीर नौजवानों के विश्वास को ठेस पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। जो अकाली सरकार की असफलता के कारण बेरोजगारी की समस्या से जूझ रहे हैं। सीएम ने कहा कि सरकार की आलोचना करने को गंभीर मुद्दों की अनुपस्थिति केकारण अकाली सरकार को बदनाम करने को बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। उनका मकसद लोगों को गुमराह करना है ताकि वे पिछले दस साल की अपनी गलतियों से लोगों का ध्यान हटा सकें।
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