लोकसभा चुनाव संपन्न होने के साथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कैबिनेट मंत्रियों को ‘संवाद, समन्वय और संवेदनशीलता’ का मंत्र देकर एक बार फिर से जनता के बीच जाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार जनता के लिए है, हमारे लिए जनहित सर्वोपरि है, ऐसे में समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति की समस्याओं का समाधान, अपेक्षाओं और आवश्यकताओं पूरा किया जाना चाहिए।” सीएम ने प्रदेश में होने वाले उपचुनाव के लिए तीन वरिष्ठ मंत्रियों को जिम्मेदारी सौंपी है। सीएम ने कहा कि बूथ और अपनी विधानसभा हारने वाले मंत्री और विधायक कमियां दूर करें।
सीएम ने इन मंत्रियों को सौंपी जिम्मेदारी
सीएम योगी ने उपचुनाव को लेकर वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही व जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को जिम्मेदारी सौंपी है। सीएम ने इन तीनों मंत्रियों को सक्रिय रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जो विधायक व मंत्री अपनी विधानसभा व बूथ हारे हैं वह कमियों को दूर करें। योगी ने कहा, मंत्री क्षेत्र में जाएं, संवेदनशीलता के साथ जनता से संवाद करें और स्थानीय जनप्रतिनिधियों तथा शासन-प्रशासन के साथ समन्वय बनाते हुए समस्याओं का समाधान कराएं।
मंत्री सरकार की उपलब्धियों का प्रचार-प्रसार करेंः योगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी मंत्रिगण केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों का व्यापक प्रचार-प्रसार करें, सोशल मीडिया पर सक्रियता बढ़ाएं और डबल इंजन सरकार की नीतियों, निर्णयों तथा उनके सकारात्मक परिणाम से जनता को अवगत कराएं। मुख्यमंत्री ने इस बात पर बल दिया कि मंत्रिगण हों या कि अन्य जनप्रतिनिधि, सभी को ‘वीआईपी’ संस्कृति से परहेज करना होगा। भावी कार्यक्रमों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में वृहद पौधारोपण, स्कूल चलो अभियान और संचारी रोग नियंत्रण के कार्यक्रम होने हैं ऐसे में इनकी सफलता के लिए सभी को प्रयास करना होगा।