जम्मू और कश्मीर के सुंजवां आर्मी कैंप पर हमले में 6 जवान शहीद हो गए और आरोप है कि हमले की साजिश पाकिस्तान में रची गई थी। उरी जैसे इस हमले ने एक बार फिर देश को झकझोर कर रख दिया है। हालांकि, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने जवाबी कार्रवाई का वादा किया है। हमले में घायल हुए जवान और उनके परिवार के सदस्यों से रक्षामंत्री ने सतवारी के मिलिट्री हॉस्पिटल में मुलाकात की।
घायल परिजनों की हालत देखकर रक्षामंत्री सीतारमण भी भावुक हो गईं और उन्होंने घायल महिला को गले लगा लिया। इस बीच सीतारमण ने घायल जवानों से भी मुलाकात की और उनसे उन बुरे हालातों की जानकारी भी ली। बताया जा रहा है कि उन्होंने घायलों को इंसाफ मिलने का वादा भी किया।
रक्षामंत्री ने हमले से जुड़ी अहम जानकारी मीडिया से साझा की। उन्होंने जम्मू के सुंजवां सैन्य कैंप हुए आतंकी हमले के लिए सीधे तौर पर पाकिस्तान को कसूरवार ठहराया। उन्होंने दोटूक शब्दों में कहा कि पाकिस्तान को हम इस हमले के सबूत भी देंगे और जवाब भी। उसे इस करतूत की कीमत चुकानी पड़ी।
सेना ने तीन आतंकियों को जवाबी कार्रवाई में मार गिराया। रक्षा मंत्री के मुताबिक, खबरों में चार आतंकियों के होने की बात सामने आ रही है, लेकिन हो सकता है कि चौथा आतंकी गाइड बनकर आया हो और कैंप के अंदर न गया हो। बताया गया कि पाकिस्तान में रहने वाले अजहर मसूद ने वहां रहकर हमले का समर्थन किया है।
इस हमले के बाद पाकिस्तान को भारत की सर्जिकल स्ट्राइक का डर सताने लगा है और उसने पहली ही भारत के सामने सैन्य कार्रवाई न करने की बात कही। पाकिस्तान ने आरोप लगाया कि भारत जम्मू-कश्मीर में चल रहे सेना विद्रोह को नियंत्रित करने की कोशिशों में की जा ही क्रूरता की ओर से ध्यान भटकाने के लिए ऐसा कर रहा है।
बताते चलें कि शनिवार (10 फरवरी) को सेना के कैंप पर हुए आतंकी हमले में एक जेसीओ समेत 6 जवान शहीद हो गए थे।