सोमवार की सुबह रिश्तेदारों और दोस्तों को वाट्सएप पर सुप्रभात का मैसेज करने के बाद शराब ठेके के अंदर सेल्समैन ने फांसी का फंदा लगाकर जान दे दी। सुबह भाई खाना देने पहुंचा तो शव फंदे पर लटका देखकर होश उड़ गए। सूचना पर आई पुलिस व फोरेंसिक टीम ने जांच की लेकिन आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सहा। वहीं, लोगों में प्रेम-प्रसंग को लेकर भी चर्चा रही।
गुरसहायगंज कोतवाली क्षेत्र के गोसाईदासपुर निवासी 20 वर्षीय सचिन पुत्र अवधेश कुमार पाल जसोदा स्थित गंगा रोड पर एक देशी शराब ठेके पर सेल्समैन थे। वह ठेके पर ही अकेले रहते थे। सोमवार सुबह ठेके के अंदर कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। रोज की तरह बड़ा भाई नितिन सुबह 8.30 बजे खाना देेने पहुंचा तो कमरा अंदर से बंद था। खिड़की से झांककर देखा तो शव पंखे पर लटका था। भाई ने पुलिस व अन्य लोगों को जानकारी दी। फोरेंसिक टीम व स्थानीय पुलिस पहुंच गई। पूछताछ की और नमूने लिए, लेकिन आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका। वहीं, लोगों में प्रेम-प्रसंग की चर्चा रही। कोतवाली प्रभारी राजकुमार सिंह ने बताया की जांच की जा रही है।
सुबह व्हाट्सएप पर किए थे मैसेज
भाई नितिन के मुताबिक सचिन ने दस दिन पहले ठेके पर काम शुरू किया था। इससे पहले दो साल इसी ठेके पर काम किया था, जो बीच में पांच महीने के लिए छोड़ दिया था। उसकी छवि व व्यवहार अच्छा था। इसलिए दोबारा काम मिल गया था। सुबह छह बजे सचिन दोस्त व रिश्तेदारों को वाट्सएप पर सुप्रभात के मैसेज व पोस्ट भी किए थे। इससे अंदाजा यह लगया कि आत्महत्या सुबह छह बजे के बाद की है।