बड़े निवेशों और नियुक्तियों के जरिए अपने सुरक्षा रिकार्डों को संशोधित करने के प्रयासों के बीच रेलवे द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले वित्त वर्ष में ट्रेन दुर्घटनाओं में मृतकों व घायलों की संख्या में कमी आयी है। सैंकड़ों यात्रियों के साथ 22 कोच वाली एक ट्रेन का ब्रेक फेल होने के बाद 13 किमी तक उल्टी दिशा में चलने वाली घटना के बाद राज्य संचालित भारतीय रेलवे ने रायटर्स के साथ डेटा शेयर किया। इसके बाद रेलवे ने कई अधिकारियों को निलंबित कर दिया था।
31 मार्च को खत्म हो रहे वित्त वर्ष में मौत व घायलों की संख्या पिछले 18 वर्षों की तुलना में सबसे कम है जिसके लिए ये आंकड़े उपलब्ध कराए गए। सबसे खराब आंकड़ा 2002/01 में था जब 1,400 लोगों की मौत हो गयी थी। 2016/17 में यह आंकड़ा 607 था।
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अश्विनी लोहानी ने बताया, ‘सेफ्टी अंतिम कार्रवाई है। इससे पहले हमें रखरखाव पर फोकस करने की जरूरत है जिसमें लोगों की देखभाल भी शामिल है।‘ पिछले साल के अगस्त माह में लोहानी ने विभाग को राहत पहुंचाई थी। हमारे पास लोगों की अपार क्षमता है लेकिन कोई जादुई छड़ी नहीं।‘
इस बीच रेलवे का 130 बिलियन डॉलर का पंच वर्षीय आधुनिकीकरण योजना है और अगले कुछ माह में करीब 90,000 लोगों की नियुक्ति की जाएगी जो अधिकारियों के रिटायरमेंट के बाद खाली पड़े हैं। लोहानी ने कहा दुनिया का सबसे बड़ा चौथा रेल नेटवर्क को सभी सुविधाओं के साथ सुगम्य बनाने की कोशिश की जा रही है।