कुछ ही दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पटना विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह में शामिल हुए. इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा देने की मांग रखी, जिस पर प्रधानमंत्री ने कुछ नहीं कहा.महाराष्ट्र ग्राम पंचायत चुनाव: CM फडणवीस के गोद लिए गांव में कांग्रेस की हुई जीत
फिर क्या था, आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से लेकर उनके पूर्व उपमुख्यमंत्री पुत्र तेजस्वी यादव तक नीतीश पर बरसे और तंज कसा कि नीतीश प्रधानमंत्री के सामने गिड़गिड़ाते रहे मगर उन्होंने नीतीश की मांग का कोई नोटिस नहीं दिया. लालू और तेजस्वी ने यहां तक कह दिया कि प्रधानमंत्री के सामने गिड़गिड़ा कर नीतीश ने मुख्यमंत्री पद की गरिमा कम कर दी.
इस मुद्दे पर मंगलवार को उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने लालू और उनके बेटे तेजस्वी को आड़े हाथों लिया. अपने साप्ताहिक जनता दरबार के दौरान पत्रकारों से सुशील मोदी ने कहा, “जब लालू 2004 और 2009 के बीच में केंद्रीय रेल मंत्री थे, उस वक्त उन्होंने पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिलाए जाने को लेकर कोई पहल क्यों नहीं की?
सुशील मोदी ने कहा, “उस दौरान UPA सरकार लालू प्रसाद की पार्टी RJD के समर्थन से चल रही थी और लालू चाहते तो उस वक्त पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिलवा सकते थे. इसके बावजूद उन्होंने इसको लेकर कोई कदम नहीं उठाया.”
हालांकि, पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय दर्जा देने की नीतीश की मांग पर PM की चुप्पी पर सुशील मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने नीतीश की मांग को सिरे से खारिज नहीं किया है और आने वाले दिनों में इस बात की संभावना है कि पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय दर्जा दिया जाए.”
सुशील मोदी ने कहा कि यह गौरव की बात है कि उत्तर प्रदेश के बाद बिहार दूसरे नंबर पर आने वाला राज्य है, जहां सबसे ज्यादा विश्वविद्यालयों को केंद्रीय दर्जा हासिल है.
उन्होंने कहा कि इस वक्त बिहार में 4 केंद्रीय विश्वविद्यालय हैं और विक्रमशिला विश्वविद्यालय के तौर पर पांचवां केंद्रीय विश्वविद्यालय स्थापित करने की तैयारी चल रही है.