फिल्मों में दिखने वाले युद्धक टैंक टी-72 से लेकर आधुनिक लेजर सिस्टम से लैस टी-90 टैंक। कारगिल युद्ध में दुश्मनों के ठिकानों को पलक झपकते ही नेस्तनाबूत करने वाली हॉवित्जर तोप हो या फिर पानी पर तैरने वाली बीएमपी। ऐसे मारक हथियारों को शहरवासी बेहद करीब से देख सकेंगे। अपनी सेना को जानें मेले के तहत सेना के मारक हथियारों की प्रदर्शनी नौ और 10 अगस्त को छावनी के दिलकुशा लॉन में लगेगी। जहां शहरवासियों को हथियारों की प्रदर्शनी में उनकी मारक क्षमता की जानकारी दी जाएगी। साथ ही सेना भर्ती और मेडिकल कोर के काउंटरों पर महत्वपूर्ण सूचनाएं मिलेगी। मध्य कमान मुख्यालय की ओर से हर साल स्वतंत्रता दिवस पर अपनी सेना को जाने कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। जिसमें सैन्य हथियारों की प्रदर्शनी के साथ बैंड डिस्प्ले भी होता है। लखनऊ छावनी में यह कार्यक्रम नौ व 10 अगस्त को होगा। जहां सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए जाएंगे। युवाओं को सेना में शामिल होने के लिए महत्वपूर्ण जानकारियां भी मेले में दी जाएंगी। सैन्य प्रशासन ने मेले की तैयारियां शुरू कर दी हैं। मध्य कमान की अलग-अलग यूनिटों से हथियारों को मंगाया जा रहा है। जिनको नौ अगस्त को दिलकुशा लॉन में प्रदर्शनी के लिए लगा दिया जाएगा। दिलकुशा लॉन की सफाई के लिए छावनी परिषद प्रशासन ने निर्देश दिए हैं।
-15 किलोमीटर तक मार करने वाली 122 एमएम होवित्सर तोप
-ऑटोमेटिक लोडिंग वाली 125 एमएम गन से लैस टी-72 टैंक
-हवा में उड़ रहे दुश्मन के विमान को मार गिराने वाली एंटी एयरक्राफ्ट गन व नाइट विजन। कैमरा से लैस टी-90 टैंक :
-पानी पर तैरने में सक्षम 30 एमएम कैनन गन वाली रूस निर्मित इंफेंट्री कंबैट वाहन बीएमपी है।
-ट्रेलर पर लदे किसी भी टैंक को लेकर पंचर टायर के साथ दौड़ने वाला टाट्रा ट्रक
-6.75 मीटर चौड़ी नदी या नाले पर अस्थायी पुल बनाकर टैंकों का रास्ता बनाने वाला पीएमएस ब्रिज :
– छिपे बम और आइइडी को ढूंढ़कर उसे निष्क्रिय करने वाला रोबोट से नियंत्रित व्हिकल
-एक मिनट में 60 ग्रेनेड बरसाने वाला आटोमेटिक ग्रेनेड लांचर