प्राकृतिक चिकित्सक भी अपने मरीजों को सुबह-सुबह नंगे पांव चलने की सलाह देते हैं। दरअसल, जब पैर जमीन के संपर्क में आते हैं, तो शरीर सकारात्मक इलेक्ट्रॉन को अपनी तरफ आकर्षित करता है। इन इलेक्ट्रॉन में बहुत ही प्रभावी एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं, जो आपके शरीर को स्वस्थ्य बनाए रखने में मदद करते हैं। इससे हमारे शरीर में सूजन और अन्य बीमारियां दूर होती हैं। वैसे हमें अपनी व्यस्त जिंदगी में नंगे पांव जमीन पर चलने का बहुत ही कम समय मिलता है। फिर भी सेहत के वास्ते आप कुछ मिनट तो नंगे पांव चल ही सकती हैं।
जब हम नंगे पांव जमीन पर चलते हैं, तब शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर कम होता है। यह तनाव को बढ़ाने वाला हार्मोन है, जिसका संबंध बढ़ती उम्र और वजन से होता है। आज के दौर में हमारा सामना हर वक्त वाईफाई सिग्नल्स, स्मार्टफोन्स और लैपटॉप सिग्नल्स से होता है। ऐसे में जब हम नंगे पांव जमीन पर चलते हैं, तो हमें इस प्रकार के इलेक्ट्रिक प्रदूषण से निपटने में मदद मिलती है और तनाव कम होता है। जमीन पर नंगे पांव चलने से हमारे शरीर में मौजूद तनाव संबंधी अन्य हार्मोन भी कम होते हैं, जिस कारण हमें नींद अच्छी आती है। इससे नई ऊर्जा ग्रहण करने और शरीर को स्वस्थ्य बनाने में मदद मिलती है।