हर एक इंसान का व्यक्तित्व दूसरे इंसान से बिल्कुल अलग होता है। इंसान का व्यक्तित्व उसके हाव-भाव से पता चलता है,अगर आप अपने सोने के तरीके पर गौर करेंगे तो आपको अपने व्यक्तित्व के बारे में पता चल जाता है। समुद्रशास्त्र में इसके बारे में काफी जानकारियां दी गई है।
आप जिन परिस्थितियों में होते हैं उसका असर भी सोने के तरीके पर होता है।अगर आप करवट लेकर सोते हैं तो इसका मतलब है कि आप जरूरत से अधिक किसी बात को लेकर चिंतित रहते हैं अथवा सोच विचार करते हैं।कुछ लोगों की आदत होती है कि वह अपने शरीर को मोड़कर सोते हैं। ऐसे लोग आराम पसंद होते हैं। इनमें अधिक से अधिक सुख की चाहत रहती है। ऐसे लोगों में आत्मविश्वास की कमी होती है।
आप अपने हाथों को मोड़कर पेट पर रखकर सोते हैं तो इसका मतलब यह है कि आप ख्याली दुनिया में खोये रहते हैं। अपने में मस्त रहते हैं और आपकी चाहत बड़ी होती है।
कुछ लोगों की आदत होती है कि वह पैर पर पैर रखकर सोते हैं। इस तरह से सोने वाले व्यक्ति अपने से ज्यादा दूसरों को लेकर फिक्रमंद रहते हैं। इन्हें हमेशा यही चिंता सताती है कि इनकी किसी बात से दूसरे को तकलीफ न हो।
बहुत से लोग पेट के बल लेटकर सोना पसंद करते हैं। समुद्रशास्त्र के अनुसार इस तरह से सोने वाले लोग जिम्मेदारियों से बचने की ताक में रहते हैं। इनके समाने कोई चुनौती आ जाए तो यह जल्दी घबरा जाते हैं। सोने का सबसे अच्छा तरीका पीठ के बल लेटकर सोना है। इस प्रकार से सोने वाले लोग एक्टिव होते हैं। यह अपनी बात पर अटल रहते हैं और हर जिम्मेदारियों को निभाने के लिए तैयार रहते हैं।