केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआइसी) ने एक अधिसूचना में कहा कि कीमती धातुओं वाले प्रयुक्त उत्प्रेरकों पर भी आयात शुल्क बढ़ाया गया है। अब इस पर 4.35 प्रतिशत कृषि अवसंरचना विकास उपकर (एआइडीसी) लगाया गया है। कीमती धातुओं पर आयात शुल्क को सराफा के बराबर लाने के उद्देश्य से 10 प्रतिशत के मूल सीमा शुल्क के अतिरिक्त एआइडीसी लगाया गया है।
सरकार ने पांच प्रतिशत कृषि अवसंरचना विकास उपकर लगाकर सोने और चांदी के पिन, हुक जैसे उत्पादों (फाइंडिग्स) तथा सिक्कों पर आयात शुल्क बढ़ाकर 15 प्रतिशत कर दिया है। आइए, पूरी खबर के बारे में जान लेते हैं।
किन चीजों पर बढ़ा टैक्स?
केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआइसी) ने एक अधिसूचना में कहा कि कीमती धातुओं वाले प्रयुक्त उत्प्रेरकों पर भी आयात शुल्क बढ़ाया गया है।
अब इस पर 4.35 प्रतिशत कृषि अवसंरचना विकास उपकर (एआइडीसी) लगाया गया है। कीमती धातुओं पर आयात शुल्क को सराफा के बराबर लाने के उद्देश्य से 10 प्रतिशत के मूल सीमा शुल्क के अतिरिक्त एआइडीसी लगाया गया है।
फाइंडिग्स क्या हैं?
सोने या चांदी केफाइंडिग्सका मतलब हुक, क्लैंप, पिन या स्क्रू बैक जैसे छोटे उत्पादों से है। इनका उपयोग आभूषण के पूरे टुकड़े या उसके एक हिस्से को आपस में जोड़ने या थामने के लिए किया जाता है।
22 जनवरी से लागू होगी नई दर
अतिरिक्त शुल्क 22 जनवरी से अमल में आ गया है। सरकार ने 2021-22 के बजट में कृषि अवसंरचना के वित्तपोषण के लिए कुछ उत्पादों पर आइडीसी उपकर लगाने का प्रस्ताव किया था।