शुक्रवार को श्रीलंका के गॉल मैदान पर एक बड़ा उलटफेर देखने को मिला. वनडे रैंकिंग में 11वें नंबर की टीम जिम्बाब्वे ने श्रीलंका को उसी के घर पर पहले वनडे में 6 विकेट से हरा दिया. श्रीलंका ने जिम्बाब्वे को 317 रनों का लक्ष्य दिया था. जिसे जिम्बाब्वे की टीम ने सिर्फ 47.4 ओवर में हासिल कर लिया. जिम्बाब्वे की जीत में ओपनर सोलोमन मिरे ने 112, शॉन विलियम्स ने 65 और सिकंदर रजा ने नाबाद 67 रनों की पारी खेली.
इन पारियों के दम पर ही जिम्बाब्वे ने इस बड़े उलटफेर को अंजाम दिया. जिम्बाब्वे ने श्रीलंका में उसके खिलाफ उसके घर में सबसे बड़े लक्ष्य का पीछा करने का रिकार्ड कायम किया और साथ ही किसी भी फॉर्मेट में श्रीलंका को उसकी धरती पर पहली बार मात दी.
टॉस जीतकर श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी चुनी और कुशल मेंडिस (86), उपुल थरंगा (79) और दानुष्का गुणाथिलका (60) के अर्धशतकों की दम पर जिम्बाब्वे के सामने 316 रनों का बड़ा लक्ष्य रखा. लग रहा था कि श्रीलंका आसानी से मैच जीत लेगा, लेकिन मिरे के शतक ने मेहमान टीम को आत्मविश्वास दिया और फिर सीन विलियिम्स (65) तथा सिंकदर रजा (67) ने उसे बेहतरीन जीत दिलाई.
जिम्बाब्वे ने इस बड़े लक्ष्य को 47.4 ओवरों में चार विकेट खोकर हासिल कर लिया. यह जिम्बाब्वे द्वारा हासिल किया गया सबसे बड़ा लक्ष्य है. इससे पहले उसने 2015 में न्यूजीलैंड के खिलाफ 304 रनों का लक्ष्य हासिल किया था. यह श्रीलंका में हासिल किया गया अब तक का सबसे बड़ा लक्ष्य भी है. जिम्बाब्वे ने पहली बार श्रीलंका को श्रीलंका में मात दी है.
बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी जिम्बाब्वे को हालांकि अच्छी शुरुआत नहीं मिली और 12 के कुल स्कोर पर ही हेमिल्टन मासाकाड्जा (5) के रूप में अपना पहला और बड़ा विकेट खो दिया. क्रेग इरविन (18) भी ज्यादा कुछ नहीं कर सके और 46 के कुल स्कोर पर पवेलियन लौट गए. यहां से मिरे और विलियम्स ने तीसरे विकेट के लिए 161 रनों की साझेदारी की.
96 गेंदों की पारी में 14 चौके मारने वाले मिरे को असेला गुणारत्ने ने 207 के कुल स्कोर पर पवेलियन भेजा. विलियम्स भी 220 के कुल स्कोर पर आउट हो गए. यहां से रजा ने मैल्कम वाल्टर (नाबाद 40) के साथ मिलकर टीम को ऐतिहासिक जीत दिलाई.