भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में तल्खी बढ़ती जा रही है. अभी दो दिन पहले ही पाकिस्तान ने अपने उच्चायुक्त सोहेल महमूद को वापस बुला लिया था. अब खबर है कि उनकी भारत में वापसी टल सकती है.
इस्लामाबाद ने राजनीतिक उत्पीड़न और अन्य आरोपों की वजह से यह फैसला लिया था. पाकिस्तान की ओर से कहा गया है कि भारत के द्वारा उनके उच्चायुक्त को तंग किया जा रहा था. यही कारण है कि महमूद का भारत जाना मुश्किल है.
इसके अलावा पाकिस्तान नई दिल्ली में होने वाले वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन (WTO) समिट में भी हिस्सा नहीं लेगा. ये समिट अगले हफ्ते होगी. भारत की ओर से पिछले महीने ही पाकिस्तान को न्योता भेजा था, पहले उनकी तरफ से इसे स्वीकार कर लिया था. लेकिन उच्चायुक्त विवाद के बाद ये फैसला लिया गया है. पाकिस्तान की ओर से कहा गया है कि जिस तरह के हालात चल रहे हैं, उस हालात में अपने किसी प्रतिनिधि को भेजना सही नहीं होगा.
बता दें कि सोहेल महमूद को 2017 में पाकिस्तानी हाई कमिशनर नियुक्त किया था. इससे पहले वो वरिष्ठ पाकिस्तानी डिप्लोमेट थे. महमूद के जाने के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने इसे “बहुत सामान्य और नियमित” कहा था.
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने शुक्रवार को पाकिस्तानी विदेशी मंत्रालय के अधिकारी के हवाले से लिखा कि पाकिस्तानी उच्चायुक्त को अब भारत वापिस नहीं भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर दोनों देशों के रिश्तों में सुधार नहीं आया, तो अन्य पाकिस्तानी अधिकारियों को भी वापस बुला लिया जाएगा.
पाकिस्तान ने आरोप लगाया था कि पिछले कुछ दिनों में पाकिस्तानी राजनयिकों और उनके परिवार को तंग करने की घटनाएं सामने आई हैं. पाकिस्तान के डिप्टी कमिश्नर के बच्चों को स्कूल जाने के दौरान रास्ते में रोक लिया गया और परेशान किया गया. इसके अलावा दिल्ली में घूम रहे पाकिस्तान के सीनियर राजनयिक को परेशान किया गया. पाकिस्तानी सूत्रों का कहना है कि भारत में पाकिस्तान के राजनयिकों के वाहनों को रोका जा रहा है और उनकी तलाशी ली जा रही है.