कश्मीर : पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के प्रवक्ता रफी अहमद मीर ने शनिवार को कहा कि स्थानीय आतंकियों को संवेदना देने में कुछ भी गलत नहीं था। एडीआई से बातचीत करते हुए पीडीपी नेता ने कहा, “चाहे पुलिस वाले की मौत हो या किसी आतंकी की, हम उसकी निंदा करते हैं। आतंकवादी हमारे भाई हैं, हम मौत पर अपने घरों की यात्रा करेंगे क्योंकि यह एक धार्मिक दायित्व है।
पीडीपी की पॉलिसी को फॉलो करते हुए वह स्थानीय आतंकियों की मौत पर दुख जताने के लिए उनके घर जाएंगे। हालांकि, यह सब सुरक्षा की स्थिति पर निर्भर करता है। कई बार हम जाते हैं और कई बार नहीं जाते।’
मीर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन के कारण पीडीपी को अपना स्वयं का पार्टी एजेंडा हटा देना पड़ा। ” मीर ने कहा कि बीजेपी से गठबंधन करने के लिए पीडीपी को अपनी ही पार्टी के एजेंडे को ताक पर रखना पड़ गया। उन्होंने कहा, ‘आर्टिकल 370 को लेकर हमारा दृष्टिकोण अलग है और उनका अलग। राज्य में सरकार चलाने के लिए उनका अलग दृष्टिकोण है और हमारा अलग, लेकिन हमें एक होना पड़ा क्योंकि हमें सरकार बनाना था। हमने 28 सीटें जीती थीं।
जम्मू में बीजेपी ने 26 सीटें जीती थीं। हमें यहां केंद्र सरकार का साथ चाहिए था, इसलिए हमने यह फैसला लिया। हमने बहुत ही कड़ा फैसला लिया। हम जानते हैं कि इसे लेकर हमारे वोटर्स में गुस्सा है, लेकिन हम कुछ नहीं कर सकते।’ हमें दिल्ली सरकार की सहायता की जरूरत थी, इसलिए हमने निर्णय लिया, एक बहुत ही कठोर निर्णय था।