प्रदूषण के बढ़ते स्तर को कम करने के लिए एनजीटी ने भारी वाहनों के दिल्ली एनसीआर में प्रवेश पर 14 नवंबर तक रोक लगा दी है। इसी के साथ शहर में चल रहे निर्माण कार्य और प्रदूषण फैलाने वाली 57 इकाइयों को भी बंद करवाया गया है।
बावजूद इसके एनजीटी और जिला प्रशासन के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। शहर में अब भी जगह-जगह निर्माण कार्य जारी हैं और रात के समय पुलिस की मुस्तैदी न होने से भारी वाहन साइबर सिटी में प्रवेश कर रहे हैं।
प्रदूषण के नियंत्रण के लिए नगर निगम द्वारा शहर भर में पानी का छिड़काव करने के आदेश दिए गए हैं, लेकिन अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही के कारण केवल कुछ इलाकों में ही यह छिड़काव किया जा रहा है।
मिट्टी पर पानी डालने की बजाय कर्मचारी सड़क पर पानी व्यर्थ बहा रहे हैं। ऐसे में सड़क किनारे पड़ी मिट्टी आने-जाने वाले वाहनों के साथ उड़कर प्रदूषण का स्तर बढ़ा रही है।
प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 56 इकाईयों को नोटिस भेजा है। इस नोटिस में उन्हें 14 नवंबर तक इन इकाइयों को बंद रखने को कहा गया है।