स्मार्टफोन ने हर शख्स को फोटोग्राफर बना दिया है। इससे फोटो क्लिक करना आसान हुआ है।
कुछ एंड्रॉयड और आइफोन प्रोफेशनल तथा मैनुअल कैमरा मोड के साथ ही आते हैं, लेकिन यूजर्स को यह पता नहीं होता है कि इसे उपयोग कैसे करना है।
स्मार्टफोन कैमरा की हर सेटिंग का उपयोग फोटो क्लिक में किया जाता है। अगर आपके कैमरा ऐप में प्रोफेशनल मोड का कोई विकल्प नहीं दिया गया हो तब भी आप इसके बेसिक फीचर्स का उपयोग अच्छी फोटोग्राफी में कर सकते हैं।
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स्मार्टफोन के कैमरा की कॉमन मैनुअल सेटिंग
ISO
शटर स्पीड
व्हाइट बैलेंस
एक्सपोजर वैल्यू
मैनुअल फोकस
अब जानते हैं इनके मतलब
ISO : कैमरा में आईएसओ का अर्थ सेंसर और लाइट से होता है। यानी आपके मोबाइल कैमरा का सेंसर कितनी लाइट ले सकता है। अगर आईएसओ हायर है तो इसका मतलब कि आपका कैमरा सेंसर लाइट को लेकर हाई सेंसिटिव है।
इस तस्वीर को ISO-100 तथा शटर स्पीड 1/3 सेकेंड पर क्लिक किया गया है।
ISO-100 तथा शटर स्पीड 1/3 सेकेंड पर क्लिक की गई तस्वीर में आपके अंधेरापन अधिक दिखाई देगा।
अगर इसी तस्वीर को ISO-500 तथा शटर स्पीड 1/4 सेकेंड पर क्लिक किया जाए तो यह ऐसी दिखाई देगी। यानी पहली तस्वीर से बेहतर।
शटर स्पीड
यह कैमरा स्पीड का एक और महत्वपूर्ण फीचर है। जब हम कोई तस्वीर क्लिक करते हैं तो कैमरे का शटर खुलता तथा बंद होता है। इसके खुलने तथा बंद होने में लगने वाला समय शटर स्पीड कहलाता है।
इस तस्वीर को क्लिक करते समय शटर स्पीड 1/33 सेकेंड तथा ISO-50 था। इसमें आपको पंखे के ब्लेड्स दिख रहे होंगे, लेकिन तसवीर धुंधली है।
जबकि इसी पंखे की तस्वीर को शटर स्पीड 1/750 सेकेंड तथा ISO-1000 पर क्लिक किया गया तो यह ऐसी दिखी। इससे पता चलता है कि पंखे की स्पीड ज्यादा है, जिस कारण उसके ब्लेड्स ठीक से नहीं दिख रहे हैं।
अगर आप ट्राइपॉड पर कैमरा रखकर तस्वीर क्लिक करेंगे तो आइएसओ ज्यादा बेहतर काम करेगा तथा तस्वीर के रंग अलग दिखेंगे। किसी भी मूविंग ऑब्जेक्ट की तस्वीर क्लिक करने के लिए शटर स्पीड का अधिक होना अच्छा नहीं है।
व्हाइट बैलेंस
अगर आपके कैमरा से क्लिक की गई तस्वीर अधिक वॉर्म या अधिक कूल आ रही है तो इसका अर्थ है कि इसकी डिफाल्ट सेटिंग में कुछ समया है। स्मार्टफोन कैमरा में कलर बैलेंस को एडजस्ट करने से आप अच्छी तस्वीरें क्लिक कर सकते हैं।
अगर आपकी तस्वीर में पीला रंग ज्यादा आ रहा है तो इसका अर्थ है कि यह आपकी तसवीर वॉर्म है। वहीं नीला रंग अधिक दिखने पर तस्वीर को कोल्ड कहा जाता है।
कैमरे की ऑटो मोड सेटिंग में कई बार तस्वीरें अच्छी क्लि होती हैं। लेकिन इसमें कलर मैनेजमेंट बिगड़ जाता है।
एक्सपोजर वैल्यू
अगर आपकी तस्वीर ज्यादा ब्राइट या फिर ज्यादा डार्क हो रही है तो इसका अर्थ है कि उसकी एक्सपोजर वैल्यू में बदलाव की आवश्यकता है। सामान्य कैमरा में एक्सपोजर वैल्यू को अपर्चर भी कहा जाता है। स्मार्टफोन कैमरा में अपर्चर फिक्स होता है।
कैसे क्लिक करें बेहतर तस्वीर
अगर आप बेहतर तस्वीर क्लिक करना सीखना चाहते हैं तो इसका सबसे आसान तरीका है कि आप कैमरे की हर सेटिंग में बदलाव करके उससे फोटो क्लिक करके देखें।