पाकिस्तान के एनएसए नासिर जांजुआ ने पिछले हफ्ते अजीत डोभाल से दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के बारे में बात की थी, लेकिन भारत सरकार के टॉप लेवल पर यह आशंका है कि पाकिस्तान भारतीय सेना द्वारा पीओके में की गई सर्जिकल स्ट्राइक का बदला जरूर लेगा। ऐसी आशंका जताई जा रही है आने वाले हफ्तों में पाकिस्तान की शह पर भारत में कोई बड़ा आतंकी हमला हो सकता है।

पाकिस्तान बहुत जल्द भारत पर कर सकता है बड़ा हमला
भारत की नजर फिलहाल दो बातों पर है। पहली, यह देखना कि पाकिस्तान उड़ी जैसा ही कोई बड़ा हमला करता है या लगातार छोटे-छोटे हमले जारी रखता है। जैसा कि पिछले कुछ दिनों में बारामूला, हंदवाड़ा और शोपियां में हुआ है।
दूसरा, भारत इस पर नजर रखेगा कि पाकिस्तान के आर्मी चीफ राहील शरीफ नवंबर के बाद रिटायर होते हैं या पद पर बने रहते हैं। अगर राहील शरीफ का कार्यकाल बढ़ाया जाता है तो शायद इसका मतलब यह होगा कि पाकिस्तान के साथ लंबी लड़ाई की तैयारी में है।
इंडियन आर्मी द्वारा पीओके में 29 सितंबर की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद एक बात तो साफ है कि एलओसी क्रॉस करना भारत के लिए अब कोई बड़ी बात नहीं है। सर्जिकल स्ट्राइक करके पीओके में आतंकियों के लॉन्च पैड्स नष्ट करने का तत्कालिक मकसद था पाकिस्तानी सेना के कंफर्ट को तोड़ना।
सर्जिकल स्ट्राइक का लॉन्ग टर्म में मकसद था कि पाकिस्तान को यह संदेश देना कि उसे अब भारतीय सेना के इस रवैये के साथ अजस्ट करना होगा। अब अगर पाकिस्तान की ओर से सीजफायर का उल्लंघन किया जाता है या आतंकियों द्वारा किसी भी तरह का हमला होता है तो भारत भी उसका मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है।
तीसरी बात यह कि अगर अब भारत पर हमला होता है तो वह एलओसी की परवाह नहीं करेगा। उड़ी हमले के बाद पाकिस्तान को भारत की ओर जवाबी कार्रवाई की आशंका तो थी। इसीलिए उसने अपनी चौकियों पर सुरक्षा बढ़ा दी थी लेकिन भारत ने उसके अनुमान से आगे जाकर पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दे दिया।
पिछले कुछ साल से पाकिस्तान हर चीज पर कंट्रोल कर रहा था। फिर चाहे वे छोटे-छोटे हमले कराना हो या मुंबई में बड़े आतंकी हमले कराना। इनके जवाब में भारत अपनी नाराजगी तो जाहिर करता था लेकिन कभी कूटनीतिक कार्रवाई से आगे नहीं जाता था।
भारत और पाकिस्तान दोनों को इस चलन की आदत पड़ गई थी और भारत की बेबसी बढ़ती जा रही थी। पाकिस्तान की ओर से आतंकी हमले तो होते ही थे, घुसपैठ की न जाने कितनी कोशिशें भी होती थीं।
मौजूदा वक्त में पाकिस्तान में सिविलियन स्टैबलिशमेंट और मिलिटरी-आईएसआई में मतभेद बढ़ रहे हैं। अब भारत ने भी कूटनीतिक वार्ता से आगे जाकर मिलिटरी कार्रवाई के जरिए पाकिस्तान को कड़ा संदेश दे दिया है।
इसलिए आने वाले वक्त में दोनों देशों के बीच चीजें काफी बदलने वाली हैं। फिलहाल भारत सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान के मंसूबों को भांपकर चौकन्ना है। बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और सेना को अलर्ट मोड में रखा गया है।
साभार: नवभारत टाइम्स
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