NEW DELHI: जम्मू-कश्मीर में 29 जून से शुरू हो रहे अमरनाथ यात्रा पर आतंकी खतरा मंडरा रहा है। इस बार ही नहीं हर बार ही मंडराता है। लेकिन इस बार हमारे सैनिकों की तैयारिंया जरा पहले से अलग है। अब परिंदा भी पर नहीं मार सकता।
खुफिया विभाग ने अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमले की आशंका के रहते जम्मू-कश्मीर में सैनिको को अलर्ट जारी कर दिया है। अमरनाथ की पवित्र यात्रा के लिए सभी तैयारियां अपने आखिरी पड़ाव पर हैं। किसी भी आतंकी खतरे से निपटने के लिए भारतीय सेना, BSF, CRPF और जम्मू-कश्मीर पुलिस पूरी तरह से चौकस है।
बाबा बर्फानी के पवित्र दर्शन के लिए देश भर से आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए तैयारियां पूरी हो चुकी है। आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक तीर्थ यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए पहलगाम विकास प्राधिकरण अपनी तैयारियों में लगा हुआ है।
बाबा बर्फानी की पवित्र गुफा तक लंबी चढ़ाई के लिए तीर्थ यात्रियों को लान-ले जाने के लिए घोड़े और खच्चर वाले भी पहलगाम पहुंचने लगे हैं। कश्मीर में पिछले कई महीनों से लगातार चल रहे तनाव के माहौल की वजह से इस बार सैलानियों की तादाद बेहद कम रही। इसलिए भी कश्मीर को इस बार बाबा अमरनाथ के भक्तों का इंतजार है।
पिछले दिनों काजीगुंड और बांदीपुरा में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमले होने के बाद अमरनाथ यात्रा पर आतंकी वारदात की आशंका काफी गहरी हो गई है। शिवगंज में इन दिनों तनाव की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। CRPF के डीजी राजीव राय भटनागर का कहना है कि सभी तैयारियां कर ली गई हैं। सभी एजेंसियां और सुरक्षाबल मिल कर पुख्ता तैयारियों में जुटे हुए हैं।
पहलगाम से आगे जाते समय रास्ते भर में अमरनाथ यात्रा को लेकर हो रही तैयारियों की तस्वीरें दिखने लगती हैं। पहलगाम के बाद अमरनाथ यात्रा के लिए आए श्रद्धालुओं को चंदनवाड़ी होकर गुजरना पड़ता है। चंदनवाड़ी में ही श्रद्धालुओं को रजिस्ट्रेशन करा कर और सुरक्षा जांच से गुजरकर अमरनाथ यात्रा के लिए आगे जाने की इजाजत मिलती है। बाबा बर्फानी के भक्तों के आने से पहले चंदनवाड़ी में रंग-रोगन का काम आखिरी दौर में है। साथ ही तीर्थयात्रियों की बेहतर सुविधा के लिए सड़कों के किनारे फेंसिंग लगाई जा रही है।
तनाव के चलते सैलानियों की आहट से महरूम चंदनवाड़ी में सन्नाटा खत्म हो रहा है। स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि इस साल ज्यादा से ज्यादा संख्या में तीर्थ यात्री बाबा बर्फानी के पवित्र दर्शन के लिए अमरनाथ की यात्रा पर आएंगे। सैलानियों के आगमन पर निर्भर चंदनवाड़ी के लोग कहते हैं कि इस पूरे साल उनका कारोबार ठप रहा क्योंकि कश्मीर में लगातार बवाल के चलते घाटी इस साल पीक सीजन में भी सैलानियों के लिए तरस गई।
चंदनवाड़ी से लेकर पवित्र गुफा तक कई जगहों पर जमा बर्फ अभी तक पिघल नहीं पाई है। इसलिए बर्फ के बीच सीढ़ियां बनाई जा रही हैं। चंदनवाड़ी के आगे पवित्र गुफा तक का रास्ता यात्रियों को पैदल या फिर घोड़ों के सहारे तय करना होता है और यहीं से बाबा बर्फानी के द्वार का दुर्गम रास्ता शुरू होता है। ऊंचे पहाड़ और घने जंगलों का सहारा लेकर पाकिस्तान से नापाक मंसूबे लेकर आने वाले आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सेना चंदनवाड़ी में डेरा डाल चुकी है।
अगले कुछ दिनों में बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों की सुरक्षा और अमरनाथ की यात्रा में खलल डालने का मंसूबा पालने वाली नापाक ताकतों से लड़ने सेना, सीआरपीएफ, बीएसएफ और पुलिस का अतिरिक्त दस्ता बाबा बर्फानी के दुर्गम रास्ते के चप्पे-चप्पे पर तैनात होगा।