हमारे देश में हम हर शुभ कार्यों में फूलों का इस्तेमाल करते हैं फिर चाहे वह कोई पूजा हो, घर को सजाना हो या शादी हो, हर शुभ अवसर पर फूलों का इस्तेमाल अच्छा माना जाता है
ईश्वर की भक्ति में हम फूलों का इस्तेमाल सबसे ज्यादा करते हैं, क्योंकि यह माना जाता है कि इससे भगवान खुश होंगे और हमे आशीर्वाद देंगे। हर भगवान का अपना महत्व होता है, और उन पर चढ़ाने वाले फूलों का भी।
गेंदा, गुड़हल और कमल के फूलों का हम पूजा में सबसे ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, माना जाता है कि फूलों की महक और रंगों से भगवान खुश होतें हैं और हमे आशीर्वाद देतें हैं जिससे हमारे घर में पॉजिटिव एनर्जी आती है। आइये जानते हैं कुछ ऐसे ही फूलों की विशेषता का बारे में।
गेंदा
गेंदे की महक से कीड़े और मच्छर दूर रहते हैं, इसीलिए गेंदे के फूल से बने माला भगवान पर चढ़ाये जाते हैं। यही नहीं इससे घरों को भी सजाया जाता है।
गुड़हल
यह फूल भगवान गणेश और माँ काली पर चढ़ाया जाता है, और इसका औषधी के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। माना जाता है कि गुड़हल का फूल घर में सुख और संब्रद्धि लता है और दुशमनों को दूर रखता है।
गुलाब
शोध से यह पता चला है कि गुलाब की महक से दिमाग शांत रहता है और तनाव और थकन को दूर रखने में मदद मिलती है। इसीलिए गुलाब की पत्तियां नयी शादीशुदा दंपति के बिस्तर पर भी डाले जातें हैं क्यों कि यह कामोत्तेजक भी होते हैं।
कमल
कमल का फूल भगवान विष्णु, ब्रह्मा और देवी लक्ष्मी और सरस्वती को अर्पित किया जाता है, क्योंकि यह सौंदर्य और पवित्रता का प्रतीक है। कमल के फूल की पंखुड़ियों का खिलना आत्मा के विस्तार को दर्शाता है।
चमेली
चमेली का फूल भगवान को चढ़ाने के साथ साथ कई अन्य चीज़ों में भी इस्तेमाल होता है। इसके गजरे बनते हैं जो औरतें अपने बालों में लगाती हैं। इसकी महक से हमारी तंत्रिकाओं को शांत मिलती है। साथ ही इनका प्रयोग इत्र बनाने में भी होता है।