हाथ की बनावट का हस्तरेखा शास्त्र में बड़ा महत्व है. अच्छी चौड़ी हथेली कार्य व्यापार में सहायक होती है. ऐसे लोग श्रमशील और पेशेवर होते हैं. बड़े उद्यमियों की ऐसी हथेली पाई जाती है. इनकी अंगुलियां भी हथेली के अनुपात में छोटी और मांसल होती हैं. सामान्यतः हथेली चौकोर और आयताकार दो प्रकार की होती हैं, आयताकार हथेली वाले हर कार्य बुद्धि लगाने वाले चिंतनशील होते हैं. इन्हें कार्य करने की अपेक्षा कराने में आनंद आता है, स्वयं को महत्व देने वाले होते हैं.
चौड़ी हथेली वाले बहिमुर्खी और मिलनसार होते हैं. जिंदगी को भव्यतायुक्त सादगी और सुख सुविधाओं के साथ जीते हैं. इन्हें मेहनत पर भाग्य से अधिक भरोसा होता है. जो भी कार्य हाथ में लेते हैं उसे पूरा करते हैं. नए लोगों से मिलने में सहज होते हैं. मध्यम स्तर के अच्छे लीडर होते हैं. इनके नीचे कुछ लोगों की टीम प्रभावी ढ़ंग से कार्य करती है. इनकी भाषा में थोड़ी अभद्रता रह सकती है. मन के साफ और द्वेषपूर्ण बातों को जल्द भूल जाने वाले होते हैं.
ऐसे लोगों को कार्य व्यापार में सफलता थोड़े समय में ही प्राप्त हो जाती है. हालांकि अक्सर इनके सफलता से भटकने की आशंका भी रहती है. ऐसे लोग यदि घर परिवार और ग्रहस्थ जीवन से संतुष्ट होते हैं तो बहुत आगे तक जाते हैं. जीवन में कुछ कमी रह जाने पर ये जल्दी निराश हो सकते हैं. इन्हें सलाहकार अवश्य रखना चाहिए. गुरु बनाकर उसकी शरण में जाने से भी लाभ होता है.