सुप्रीम कोर्ट की अवमानना के आरोप में यहां प्रेसीडेंसी जेल में सजा काट रहे कलकत्ता हाईकोर्टके पूर्व जज सीएस कर्णन ने नए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सजामाफी के लिए पहली याचिका भेजी है। कर्णन के वकीलों ने मंगलवार को ई-मेल के जरिए और फिर डाक से यह याचिका भेजी। योगी सरकार का बड़ा फैसला: कहा- ट्रांसफर-पोस्टिंग से बचें, अपने विभागों पर दे ध्यान…
न्यायमूर्ति कर्णन के वकील एसी फिलिप ने बताया कि मंगलवार को सुबह 11 बजे नए राष्ट्रपति, उनके सचिव, अतिरिक्त सचिव व निजी सचिव को ई-मेल से याचिका भेजी गई है। हालांकि अब तक उधर से कोई जवाब नहीं आया है।
फिलिप ने बताया कि उक्त याचिका डाक से भी भेज दी गई है। कर्णन के वकील बुधवार को राष्ट्रपति से मुलाकात का प्रयास करेंगे। याचिका में राष्ट्रपति से संविधान की धारा 72 के तहत मिले अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए कर्णन की सजा को माफ करने की अपील की गई है।
याचिका में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ न्यायमूर्ति कर्णन की अपील पर सुनवाई तक राष्ट्रपति उनकी सजा को माफ या स्थगित कर सकते हैं। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के कई जजों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कर्णन ने प्रधानमंत्री मोदी को एक पत्र भेजा था।
उसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने उनको अवमानना का नोटिस जारी किया था। बाद में मुख्य न्यायाधीश जेएस खेहर की अध्यक्षता वाली एक सात-सदस्यीय खंडपीठ ने कर्णन को अवमानना का दोषी करार देते हुए उन्हें छह महीने की सजा सुनाई थी।