NEW DELHI: हर कोई ये जानना चाहता है कि उनके जीवन में आगे क्या होने वाला है। इसलिए लोग ज्योतिष का सहारा लेते है। हस्तरेखा ज्योतिष में हाथों की रेखाओं से भविष्य देखा जाता है।
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आपके जीवन में आगे क्या होगा, कितनी आयु होगी, कितने बच्चे होंगे यह सब रेखा हमारे हाथों में होती है। अगर आप भी यह सोच रहे हैं कि आपकी कितनी संतान होगी और वह कैसे होंगे तो आइए जानते हैं हथेली में मौजूद इन रेखाओं की बनावट से..
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हथेली में सबसे छोटी उंगली के नीचे बुध पर्वत होता है। बुध पर्वत के पास दिखने वाली खड़ी रेखाओं को ही संतान रेखा के रूप में जाना जाता है। इन रेखाओं से संतान सुख का विचार किया जाता है।
1. ज्योतिष शास्त्र में जिन लोगों की हथेली में ये रेखाएं टूटी हुई हों तो इसका मतलब है कि संतान पर कुछ बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
2. जिन लोगों की हथेली में संतान रेखाएं लहरदार हो तो उनकी संतान दोषयुक्त हो सकती है।
3. यदि संतान रेखा एकदम साफ, स्पष्ट और सीधी हों तो संतान माता-पिता का सम्मान करने वाली होती है व सर्वगुण संपन्न होती है।
4. जिन लोगों के हाथों में ऐसी रेका हो जो स्पष्ट नहीं है धुंधली है तो उन्हें संतान से काफी कष्ट मिलता है।
5. यदि संतान रेखा विवाह रेखा को काटती हुई दिखाई दे तो संतान के आचरणहीन, माता-पिता को कष्ट देने वाले होते हैं।
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