मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिद सईद का कहना है कि वह पाकिस्तान सरकार की गैरकानूनी कार्रवाई को कोर्ट में चुनौती देंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने उनके द्वारा चलाए जाने वाले सेमिनार और स्वास्थ्य सेवाओं पर रोक लगा दी है। सरकार के ऊपर प्रतिबंधित संगठनों पर कार्रवाई करने का दबाव है। पाकिस्तान सरकार ने सईद और उससे जुड़े संगठन जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन के सेमिनार और चार डिस्पेंसरी पर नियंत्रण कर लिया है।हाफिद ने कहा- मुझे बिना किसी कानूनी आधार पर 10 महीनों तक हिरासत में लिया गया था। सरकार ने अब हमारी स्कूल, डिस्पेंसरी, एंबुलेंस और दूसरी चीजों के खिलाफ नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इससे पंजाब, बलूचिस्तान, सिंध, आजाद कश्मीर और उत्तरी इलाकों में हमारे राहत कार्य पर असर पड़ेगा। अपने कार्यकर्ताओं को जारी किए गए संदेश में सईद ने उन्हें शांत रहने और किसी तरह की हिंसा ना करने के लिए कहा है।
सईद ने कहा- यह बहुत मुश्किल समय है लेकिन हमारे कार्यकर्ताओं को शांति से रहना चाहिए। शासक राजा की तुलना में ज्यादा वफादार बनने का अभिनय कर रहे हैं। भारत संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों को कश्मीर में कभी भी लागू नहीं करता है लेकिन हमारे शासकों ने देशभक्ति संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए राष्ट्रपति का अध्यादेश जारी कर दिया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सरकार हमारे खिलाफ कड़ी कार्रवाई भारत और अमेरिका को खुश करने के लिए कर रही है।