नई दिल्ली: जमात-उद-दावा और पाकिस्तान की दीगर धार्मिक पार्टियों ने बुधवार (1 फरवरी) को सरकार को धमकी दी कि अगर जमात के मुखिया हाफिज सईद को तुरंत रिहा नहीं किया जाता तो वे राष्ट्रव्यापी आंदोलन छेड़ेंगी।
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संघीय गृहमंत्रालय के निर्देश के अनुरूप पंजाब प्रांत के गृहविभाग से हिरासत के आदेश के बाद सईद और उसके चार सहयोगियों को सोमवार (30 जनवरी) को नजरबंद कर दिया गया। जमात-उद-दावा और दिफाई काउंसिल ऑफ पाकिस्तान ने कहा है कि अगर इन गिरफ्तारियों के नतीजे में ‘कश्मीर आंदोलन’ में कोई अड़ंगा लगा तो इसकी जिम्मेदारी पाकिस्तानी हुक्मरान की होगी।
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इससे पहले बुधवार (1 फरवरी) को पाकिस्तान के एक वरिष्ठ मंत्री ने कहा है कि जमात-उद-दावा के सरगना हाफिज सईद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी, हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि किस मामले में मुंबई हमले के मास्टरमाइंड के खिलाफ मामला दर्ज होगा। वाणिज्य मंत्री खुर्रम दस्तगीर ने कहा, ‘सारे हालात को ध्यान में रखते हुए सईद के खिलाफ कदम उठाया गया है। सरकार ने फिलहाल सईद को नजरबंद किया है, पर उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।’