मिली जानकारी के अनुसार पिछले वर्ष पास प्रतिशत 76 फीसदी था, जबकि इस बार 83 फीसदी है। हालांकि पिछले वर्ष के मुकाबले इस बार कम छात्र परीक्षाओं में बैठे।आंकड़ों की बात करें तो पिछले वर्ष जो छात्र परीक्षाओं में बैठे थे, उनकी संख्या 60819 थी, जिनमें से 32035 लड़के और 28784 लड़कियां थीं और इनमें से 35430 परीक्षाओं में पास हो पाए, जबकि इस वर्ष कुल 58293 छात्र ही परीक्षाओं में बैठ पाए, जिनमें से 30070 लड़के और 28223 लड़कियां थीं और इनमें से 48429 ही परीक्षाओं में पास हो पाए।
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गौरतलब है कि बोर्ड के चेयरमैन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इस बार बोर्ड द्वारा पोजीशन सिस्टम नहीं रखा, केवल ग्रेडिंग की गई है। वहीं उन्होने यह भी बताया कि इस बार पास होने वालों में से 6221 ऐसे छात्र भी हैं जो एक सब्जेक्ट में रिएपियर हैं, लेकिन उन्हें भी पास माना गया है।