मक्का मस्जिद ब्लास्ट मामले में पर्याप्त सबूतों के न मिलने पर अदालत ने स्वामी असीमानंद सहित सभी आरोपियों को बरी कर दिया था, जिसके बाद भाजपा ने कांग्रेस को घेरते हुए कहा था कि कांग्रेस ने मक्का मस्जिद मामले को राजनीतिक फायदे के लिए भगवा आतंकवाद से जोड़ दिया था. इस पर कांग्रेस प्रवक्ता ने पलटवार करते हुए कहा था कि कांग्रेस कभी भी धर्म के नाम पर राजनीति नहीं करती, देश को धर्म के नाम पर बांटने का काम भाजपा का है.
गौरतलब है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में हार झेलने के बाद एके एंटनी के नेतृत्व में गठित पार्टी की एक समिति ने अपनी रिपोर्ट में कांग्रेस की हिंदू विरोधी छवि को हार का कारण बताया था. जिसके बाद से कांग्रेस लगातार अपनी उस छवि को सुधरने का प्रयत्न कर रही है, इसी कड़ी में कुछ दिनों पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी, सौराष्ट्र के मंदिर में भी दर्शन करने पहुंचे थे, जिसपर काफी बवाल मचा था.
आपको बता दें कि कांग्रेस की सत्ता के ज़माने से ही कांग्रेस पर भगवा आतंकवाद के नाम पर राजनीति करने के आरोप लगते रहे हैं , लेकिन उस समय कांग्रेस ने कभी इन आरोपों का खंडन नहीं किया, किन्तु आगामी चुनावों को देखते हुए अब कांग्रेस पार्टी हिन्दू मतों को प्राप्त करने के लिए उनकी तीमारदारी करने लगी है. यह देखना है कि राहुल की मंदिर यात्रा एवं अब कांग्रेस का यह वक्तव्य कि उसने कभी भगवा आतंकवाद जैसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया कांग्रेस की उस छवि को कितना धो पाता है कि वह मुसलमानों का तुष्टिकरण करती है.
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