इस दुनिया में ऐसी कई रोचक बाते है, जिनका कही न कही से कोई न कोई संबंध निकल ही आता है, आप लोग ताजमहल को तो अवश्य जानते होगे, इसकी सुन्दर के साथ साथ इसकी पीछे की कहानी भी लोगों को काफी रोचक लगती है, पर आज हम एक ऐसे मन्दिर की बात करने जा रहे है, जो सुन्दरता में ताजमहल से भी आगे है।
दरअसल जिस मन्दिर की बात हम करने जा रहे है, उसे देखने के पश्चात व उसके पीछे की कहानी को जानकर आपको बहुत ही हैरानी होगी, और देखने वालों का मानना है, कि ये मन्दिर ताजमहल से भी कई गुना खूबसूरत है। इस भव्य मंदिर की खूबसूरती और नक्काशी इतनी मोहक है, कि दूर-दराज़ से आये लोग भी इसे खूबसूरती के मामले में ताजमहल मानते हैं, इस मंदिर में की गई नक्काशी और कलाकारी से इस मंदिर का इतिहास पता चलता है, इस मंदिर के बारे में एक पौराणिक कथा भी प्रचिलित है।
आपकी जानकारी के लिये बता दे कि इस कथा के अनुसार भगवान् विष्णु ने बालमरसिया के रूप में अवतार धारण लिया था, बालमरसिया का जन्म गुजरात के पाटन में हुआ था, जो कि एक साधारण परिवार था, बालमरसिया के जन्म के कुछ समय पश्चात पाटन के राजा व मंत्री तेजपाल और वस्तुपाल ने मिलकर माउंट आबू में एक मंदिर का निर्माण कराने का विचार किया.
उसी समय बालमरसिया इस मंदिर का नक्शा लेकर राजा के समक्ष पहुँच गए राजा नक्शा देखकर इतने खुश हुए की उन्होंने कहा की यदि ऐसा ही मंदिर यहाँ बनता है तो में अपनी पुत्री का विवाह तुमसे करा दूंगा. तब बालमरसिया ने राजा का यह प्रस्ताव मान लिया और बहुत ही आकर्षक व सुन्दर मंदिर का निर्माण किया।
राजा अपनी पुत्री का विवाह बालमरसिया से करने के लिए तैयार हो गए किन्तु राजा की माता ने छल पूर्वक बालमरसिया के समक्ष एक और शर्त रख दी और कहा की यदि तुम एक रात्री में अपने नाखूनों से इस मैदान को झील बना देते हो तो में अपनी पोती का विवाह बालमरसिया से कर दूँगी।
बालमरसिया ने इस शर्त को मानकर अपने नाखून से एक ही घंटे में झील का निर्माण कर दिया। इस मन्दिर की कुछ तस्वीरे हमने इस पोस्ट में दी है। मित्रो अधिक रोचक बाते व लेटेस्ट न्यूज के लिये आप हमारे पेज से जुड़े और अपने दोस्तो को भी इस पेज से जुड़ने के लिये भी प्रेरित करें।