इस्राइल और हमास के युद्ध के कारण समुद्री हमलों में इजाफा हुआ है। इस बीच एक बार फिर अदन की खाड़ी में एक जहाज पर हमला हो गया। जहाज अमेरिका की हैं। अमेरिकी जहाज पर हूती विद्रोहियों ने तीन एंटी-शिप बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं हैं। बता दें, इससे पहले भी विद्रोहियों ने अमेरिकी जहाजों को निशाना बनाया है, जिसके जवाब में अमेरिका ने हूती ठिकानों पर हमले किए हैं।
यूएस सेंट्रल कमांड ने एक्स पर एक पोस्ट करके हमले की सूचना दी। कमांड ट्वीट कर कहा कि हूती ने बुधवार को दोपहर करीब दो बजे अमेरिकी ध्वज वाले जहाज मेसर्क डेट्रॉइट पर तीन बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं हैं। कमांड ने बताया कि जहाज पर विद्रोहियों ने अचानक हमला कर दिया। पहला मिसाइल समुद्र में गिर गया। दूसरे और तीसरे मिसाइलों को हमने नष्ट कर दिया। जहाज में कोई भी घायल नहीं हुआ है। सभी सुरक्षित हैं।
जानकारी के अनुसार, अमेरिका समुद्री हमलों को लेकर गंभीर है। अमेरिका ने ब्रिटेन के साथ मिलकर सोमवार को ही विद्रोहियों के बुनियादी ढांचे पर हमला किया था। अलग-अलग स्थानों पर हमले करके अमेरिका-ब्रिटेन ने हूतियों की कमर तोड़ दी है। इन हमलों का कनाडा, नीदरलैंड, बहरीन और ऑस्ट्रेलिया ने समर्थन किया है।
अमेरिका आगे भी हमलों का जवाब देंगे
हाल ही में व्हाइट हाउस के अधिकारी, जॉन किर्बी ने कहा था कि अगर समूह आगे भी हमले जारी रखेगा तो अमेरिका उनका मुकाबला करेगा। किर्बी ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की थी। इस दौरान किर्बी ने कहा कि हमें पता है कि समूह के पास अब भी सैन्य शक्ति है। अब उनको तय करना है कि वह इन शक्ति का इस्तेमाल कैसे करेंगे। अगर वे हमले जारी रखेंगे तो हम भी हमलों का मुंहतोड़ जवाब देंगे और उनका उचित मुकाबला करेंगे। जैसा हम करते हैं। हूती के सैन्य प्रवक्त ब्रिगेडियर जनरल याह्मा साड़ी ने कहा था कि हूती अमेरिका के हमलों का उचित जवाब दिया जाएगा।