उत्तर प्रदेश की ट्रैफिक पुलिस जल्द ही नए रंग की वर्दी में दिखेगी. 1 दिसंबर से यातायात पुलिसकर्मी खाकी की बजाय नीले रंग के कपड़ों में नज़र आएंगे.अभी भी UP के पूर्व CM एनडी तिवारी की हालत नाजुक, अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा
गृह विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस महानिदेशक सुलखान सिंह के साथ बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि यातायात पुलिसकर्मी खाकी पैंट के बजाय फिर से नीली पैंट पहनेंगे, ताकि उनकी अलग से पहचान हो सके. यह निर्णय आगामी एक दिसम्बर से लागू होगा.
प्रवक्ता के अनुसार, यातायात पुलिसकर्मी एक दिसम्बर से सफेद शर्ट तथा नीली पैंट पहनेंगे. सरकार ने वर्दी के लिये हर साल प्रतिकर्मी 2,250 रुपये आवंटित किये हैं.
बसपा सरकार ने किया था लागू
आपको बता दें कि इससे पहले एक अप्रैल 2008 को तत्कालीन बहुजन समाज पार्टी सरकार ने यातायात पुलिसकर्मियों की पैंट का रंग सफेद से बदलकर नीला तय किया था. उस दौरान तर्क था कि प्रदूषण के कारण सफेद पैंट जल्दी गंदा हो जाता है. बहरहाल, विपक्षी दल समाजवादी पार्टी ने यह आरोप लगाते हुए इस कदम का विरोध किया था कि बसपा के झांडे का रंग नीला है और यातायात पुलिसकर्मी बसपा कार्यकर्ताओं जैसे नजर आ रहे हैं.
अखिलेश सरकार ने बदला था फैसला
बाद में वर्ष 2012 में प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर उसने मायावती सरकार के फैसले को पलटते हुए एक जुलाई 2012 से यातायात पुलिसकर्मियों की पतलून का रंग खाकी निर्धारित कर दिया था.
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में रंगों पर लगातार राजनीति हो रही है. योगी सरकार ने हाल ही में यूपी सचिवालय को भी भगवा रंग से रंगवा दिया है और यूपी में कुछ बसें चालू की गई हैं जिनका रंग भी भगवा है.