सरकारी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की अगली खेप सरकार 10 जुलाई को पेश करेगी. वित्त वर्ष 2017-18 में यह इसकी पहली खेप होगी. यदि आप इसका लाभ लेना चाहते हैं तो याद रखें कि गोल्ड बॉन्ड खरीदते वक्त संबंधित दस्तावेज साथ जरूर ले जाएं.
वित्त मंत्रालय के हवाले से न्यूज एजेंसी भाषा ने रिपोर्ट किया है कि इन बॉन्डों की बिक्री स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (एसएचसीआईएल), अधिसूचित डाकघर और एनएसई एवं बीएसई जैसे पहचाने जाने वाले स्टॉक एक्सचेंज से की जाएगी.
पिछले वित्तीय वर्ष की आखिरी खेप 27 फरवरी से शुरू हुई थी. 27 फरवरी से 3 मार्च 2017 तक इसके लिए आवेदन स्वीकार किए गए थे जिसके लिए बॉन्ड पेपर आवेदनकर्ताओं को 17 मार्च 2017 को जारी किये जाने की बात थी.
साथ ले जाएं संबंधित दस्तावेज
जब खरीदने जाएं तब पहचान के लिए दस्तावेजों जैसे कि आधार कार्ड या PAN या TAN (टैक्स डिडक्शन ऐंड कलेक्शन अकाउंट) या पासपोर्ट या वोटर आईडी कार्ड अपने पास रखें. जारी करने वाले बैंक या डाक घर या फिर एजेंट, जिसके मार्फत भी यह खरीददारी करेंगे, द्वारा केवाईसी किया जाएगा.
ब्याज की दर क्या होती है और ब्याज भुगतान कैसे किया जाएगा?
प्रारंभिक निवेश की राशि पर प्रतिवर्ष 2.75 प्रतिशत (फिक्स्ड दर) के अनुसार, बॉन्ड पर ब्याज का भार होता है. ब्याज निवेशक के बैंक खाते में हाफ-ईयरली जमा किया जाएगा और अंतिम ब्याज मूलधन के साथ परिपक्वता पर देय होगा.
कौन खरीद सकता है, कौन नहीं…
यहां ध्यान दें कि भारत में रह रहा शख्स ही एसजीबी में निवेश करने के लिए पात्रता रखते हैं. एचयूएफ, ट्रस्ट, यूनिवर्सिटीज़, धर्मार्थ संस्थाएं आदि निवेश कर सकते हैं. हां, एक खास बात यह है कि एसजीबी की जॉइंट होल्डिंग की अनुमति दी जाती है.साथ ही, अल्पवयस्क (नाबालिग) की ओर से अभिभावक द्वारा आवेदन किया जा सकता है.
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