यूपी वही है, प्रशासन भी वही है, पुलिस वाले भी वही है, सरकारी बाबु भी वही है
लोग भी वही है, वही आसमान वही जमीन, पर मात्र 10 दिनों में ही यूपी काफी बदल चुकी है, लगता ही नहीं की ये वही यूपी है
प्रशांत भूषण को एक ट्विट करना पड़ा महंगा, पुलिस ने दर्ज की एफआईआर !
और इसका एकमात्र कारण क्या है, ये आप ऊपर की इन 2 तस्वीरों से ही आसानी से समझ सकते है
पहली तस्वीर कल की है, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी जो की एक सन्यासी संत हैं, उन्होंने पहली जनता दरबार लगाई
आपने उसका विडियो भी कल न्यूज़ चैनलों पर देखा होगा, मुख्यमंत्री खुद सभी के पास जा जा कर
शिकायत सुन रहे है, जनता कुर्सी पर बैठी हुई है और मुख्यमंत्री यानि जनता का सेवक उनके पास जाकर उनके पत्र ले रहा है
वहीँ जो ऊपर दूसरी तस्वीर है, उसे देखिये ये 2 साल पुरानी तस्वीर है जब मुख्यमंत्री थे अखिलेश यादव
जो शख्स तस्वीर में है, जो अखिलेश यादव के पैरों में बैठा हुआ है, वो उम्र में भी अखिलेश यादव से बहुत बड़ा है
पहली तस्वीर में सेवक खड़ा है और जनता बैठी है
और दूसरी तस्वीर में निजाम बैठा है, और जनता उसके पैरों में लोटी हुई है
सच में बहुत बदल गया है यूपी